सचिव एवं सिविल जज नेहा कुशवाहा ने लिया स्व सज्ञान, भेजा महिला बकीलों का पैनल पीडि़ता की मदद को : सराहनीय कदम देहरादून। बहुत कम ऐसे अधिकारी व सक्षम जिम्मेदार लोग इस युग में हैं जो खुद संज्ञान लेकर किसी प्रताडि़त अथवा पीडि़ता की मदद को आगे आते हों। ऐसी ही एक प्रतिभा देहरादून में भी हैं जो बखूवी अपने दायित्वों को न्याय की कुर्सी पर आसीन रहते हुये माननीय उच्च न्यायलय व सर्वोच्च न्यायलय के मार्ग दर्शन में कार्यरत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव पद से निभा रहीं है। इस वैश्विक कोरोना महामारी के कारण लाकडाउन के चलते जहाँ लोग अपने अपने घरों में है, वहाँ भी जागरूक न्याय के प्रहरी घर पहुँच कर प्रथम दृष्टया की जाने वाली कानूनी सुरक्षा व सहायता उपलब्ध करायेंगे जानकर पीडिता को तो राहत मिली है साथ ही उसके दो मासूमों को भी सुरक्षा मिली है। ज्ञात हो कि देहरादून के एक लोकप्रिय पोर्टल ‘पर्वतजन’ ने गत दिवस एक समाचार “महिला पार्षद को पति ने घर में किया कैद” की महत्ता को समझते हुये DLSA की सचिव एवं सिविल जज (सीनियर डिवीजन) एचजेएस नेहा कुशवाह को polkhol.in द्वारा सज्ञानार्थ फारवर्ड कर दिया गया। उल्लेखनीय तो यह है कि जज मैडम ने अपने पीएलवी व टीम के सहयोग से उक्त प्रकरण पर जानकारी जुटाई और चार महिला अधिवक्ताओं का पैनल के घर भेज कर पहले सुरक्षा निश्चित करा कानूनी सहायता पहुँचाई। यही नहीं सचिव महोदया ने दोनों न्यूज पोर्टल का इस प्रकार के समाचारों के लिए आभार भी व्यक्त किया।

नरवश हो चुकी प्रताडि़त व पीडित पार्षद ने राहत की साँस ली और भगवान का रूप मानकर आये कानू के इन प्रहरियों का आभार प्रकट किया और राहत महसूस की।