कोरोना उत्तराखंड : आज 668 नये मरीज, कुल 7640 मृत्यु 341अब तक, दून में आज भी सबसे अधिक 235
सही व पुष्ट जानकारी समय पर न देने से जनता आशंकित
दून अस्पताल पर फिर लगा सवालिया (?) निशान
राजधानी के दून मेडिकल ने 7 घंटे बाद दी 81 वर्षीय जगजीत सिंह (बाबा बड़भाग सिंह गुरुद्वारे दून के मुख्य ज्ञानी, व वीर जी) दी गलत सूचना, क्यों? : रोष
देहरादून। राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार आज प्रदेश में कोरोना संक्रमण के आज 668 मरीज संक्रमित पाए गये है। आज सर्वाधिक 235 मरीज देहरादून में पाये गये हैं जिनसे दून में 5376 संख्या हो गयी है। 103 मरीज हरिद्वार जिले मे, 69 मरीज, उधमसिहंनगर में आये हैं। आज 668 मरीज स्वस्थ्य होकर घर भी गये है। अब तक प्रदेश में 341 मौते हो चुकी है राज्य में एक्टिव मरीज 7640 है।
कोरोना से 11 मरीज की मौत हुई है।
उत्तराखंड में कोरोना मरीजो की संख्या 24629 हो गयी है। वहीं उत्तराखंड में 16573 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए है। अभी भी 7640 कॉविड के एक्टिव केस है हालांकि प्रदेश में रिकवरी रेट 67.29 प्रतिशत हुआ है।
सही व पुष्ट जानकारी समय पर न देने से जनता आशंकित
सूचना में विलम्ब के कारणों पर जाँच के बाद होगी कार्यवाही : डा.स्याना, प्रिंसीपल
दून अस्पताल पर फिर लगा सवालिया (?) निशान
राजधानी के दून मेडिकल ने 7 घंटे बाद दी 81 वर्षीय जगजीत सिंह (बाबा बड़भाग सिंह गुरुद्वारे दून के मुख्य ज्ञानी, व वीर जी) दी गलत सूचना, क्यों?
इस सम्बंध में प्रिंसिपल दून मेडिकल अस्पताल डा. स्याना ने पूछने पर बताया कि उन्हें सूचना में विलम्ब के कारणों की अभी जानकारी नहीं है। कारणों की जाँच कराई जायेगी उसके कार्यवाही अवश्य होगी। डा. स्याना ने यह भी बताया कि कोविड की ड्यूटी पर विगत लगभग छ माह से कार्यरत हैं सभी कर्मचारी परंतु अब जो लापरवाही की शिकायतें आ रहीं है उस पर भी जाँच बिठा दी गयी है। जाँच रिपोर्ट आने के बाद एक्शन लिया जायेगा। उन्होंने माना कि इस तरह की शिकायतें आने से अस्पताल की छवि भी खराब होती है जो किसी दशा में वरदाश्त नहीं किया जायेगा।
शोकाकुल परिजनों ने बताया कि वीर जी को 2 सितम्बर को कोरोना पाजिटिव के कारण दून मेडिकल हास्पिटल में सिनर्जी अस्पताल द्वारा कोविड सूची में नाम होने के उपरांत भी टरका दिया गया था और व मुश्किल तमाम दून में उन्हें मल्टीपल बीमारिया भी बताई गयीं जिस कारण उन्हें ICU में भर्ती किया गया था। तब से उनका वहीं उपचार चल रहा था। परिजनों ने बताया कि वीर जी की दुखःद मृत्यु बीती रात्रि 6 सितम्बर को 2 : 50 बजे ही हो चुकी थी और अस्पताल से उन्हें लगभग 7 घंटे बाद प्रातः 10 बजे जो सूचना दी गयी उसमें बताया गया कि पेशेन्ट की मृत्यु कोविड से सुबह 7 बजे हुई है।
इस तरह की गलत सूचना दिये जाने से जँहा परिजन आहत हैं वहीं दून अस्पताल की विश्वसनीयता पर भी सवालिया निशान लग रहा है। वीर जी के दुखद निधन से संगत को गहरा आघात लगा है। महाज्ञानी वीर जी के नगर में काफी अनुयायी हैं। मोक्ष विलीन सरदार जगजीत सिंह जी ओएनजीसी से सेवानिवृत्त आफीसर थे।