
एसडीएम विनोद कुमार ने नैनीझील में चल रहे कार्यो का किया निरीक्षण
(गुँजन मेहरा)
नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल की खूबसूरती मे इजाफा करनेे वाली नैनी झील के अस्तित्व को बरकरार रखने मे जिलाधिकारी सवीन बंसल ने गुजरे समय में विशेष प्रयास किये है।
बंसल के विशेष प्रयासोें का नतीजा यह रहा कि गुजरे गर्मी के मौसम मे भी झील पानी से लबालब रही। उनके विशेष प्रयासों से नैनीझील की संरचना, पानी की गुणवत्ता तथा इसकी अन्तर्जलीय संरचनाओं का परीक्षण किये जाने तथा झील के पर्यावरण को अनुकूल बनाये रखने के लिए जिलाधिकारी बंसल निरंतर प्रयासरत है।
नैनीझील की तलीय संरचना एवं जल गुणवत्ता का विशलेषण किये जाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा भारतीय सुदुर संस्थान (इसरो) देहरादून को गतवर्ष जुलाई मे पत्र के माध्यम से अनुरोध किया गया तथा लगातार अनुश्रवण करते हुये इसरो के माध्यम से प्रथम बार नैनीझील का अनवेषण कार्य कराया गया।

इस कार्य मे जल गुणवत्ता के सतत् मापन हेतु मल्लीताल पम्प हाउस तथा तल्लीताल एरियेटर प्लांट में एक-एक प्रोटियएस सेन्सर स्थापित किये जा रहे है। जिनसे झील के पानी की गुणवत्ता सम्बन्धित आंकणो को तल्लीताल डांठ पर महात्मा गांधी की मूर्ति के पीछे एलईडी स्क्रीन तथा एसएमएस तथा एैप द्वारा आम जनमानस प्रसारित किया जायेगा। निकट भविष्य मे माननीय मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत का नैनीताल आगमन प्रस्तावित है। नैनीताल मुख्यमंत्री के आने पर उनके करकमलों से इस महत्वपूर्ण परियोजना का लोकापर्ण किया जायेगा।
रविवार को जिलाधिकारी बंसल के निर्देश पर उपजिलाधिकारी विनोद कुमार द्वारा यूएनडीपी सहायतित आर्टिफशियल इटैलिजैंस आधारित रियल टाइम लेक मानिटरिंग प्रणाली के तहत नैनीझील मे किये जा रहे कार्यो का निरीक्षण उपजिलाधिकारी विनोद कुमार द्वारा किया गया।
निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियन्ता ग्रामीण निर्माण विभाग विनीत कुरील,अधिशासी अभियन्ता सिचाई हरीश सिह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका अशोक वर्मा, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी शैलेश कुमार, तकनीकी संस्थान बसार लैब के ताकर तथा धर्मेन्द भी मौजूद थे।