नैनीताल में कांग्रेसियों ने मांगा मुख्यमंत्री से इस्तीफा, किया मुख्यमंत्री का पुतला दहन
(गुँजन मेहरा)
नैनीताल। बीते सोमवार को नैनीताल हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ गंभीर आरोपों को देखते हुए सीबीआई जांच के आदेश दिए थे हाई कोर्ट ने यह आदेश पत्रकार उमेश शर्मा व अन्य के खिलाफ राजद्रोह मामले में सुनवाई के बाद दिया और पत्रकार के खिलाफ चल रहे राजद्रोह के मामले को रद्द कर दिया था।
गुरुवार को नगर अध्यक्ष अनुपम कबड़वाल के नेतृत्व में नगर कांग्रेस कमेटी द्वारा तल्लीताल गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन किया गया। तथा मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग करते हुए, मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया।
नगर अध्यक्ष अनुपम कबड़वाल ने कहा है कि यह राज्य के इतिहास में यह अपने आप में पहला मामला है। जांच में निष्पक्षता और पद की गरिमा के संरक्षण के लिए सीएम को नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा केंद्र में भी भाजपा की सरकार है और राज्य में भी। ऐसे में जांच को प्रभावित न होने देने के लिए सीएम को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
क्या था मामला:
पत्रकार उमेश कुमार ने फेसबुक पोस्ट लिखकर मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए थे। कि झारखंड में प्रभारी रहने के दौरान उन्होंने पैसे लिए हैं। उमेश शर्मा ने सोशल मीडिया में खबर चलाई की प्रो. हरेंद्र सिंह रावत व उनकी पत्नी डॉ. सविता रावत के खाते में नोटबन्दी के दौरान झारखंड से अमृतेश चौहान ने पैसे जमा किये और यह पैसे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को देने को कहा था। इस पर अमृतेश चौहान ने पत्रकार उमेश शर्मा व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इस बीच सरकार ने आरोपी के खिलाफ गैंगस्टर भी लगा दी थी। इसी एफआईआर को रद्द करने के लिए पत्रकारों ने हाई कोर्ट की शरण ली थी। और अब कोर्ट ने एफआईआर को रद्द कर सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं।
इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी,धीरज बिष्ट, सभासद पुष्कर बोरा, युवा कांग्रेस नगर अध्यक्ष संजय कुमार, बंटू आर्य, सूरज पांडे, अंकित चन्द्रा, वीरेंद्र बिष्ट, गौरव कुमार, समीर अली, कैलाश चंद्र मिश्रा, सूरज कुमार, प्रेम कुमार शर्मा, मोहन कांडपाल, अजय बिष्ट, सुनील मेहरा, आदि मौजूद रहे।