उत्तरकाशी : गंगा के उद्गम के पहले शहर में कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्थाएं बदहाल हैं। कूड़ा डालने के लिए उत्तरकाशी नगर पालिका के पास एक सही स्थान तक नहीं है। पिछले एक सप्ताह से पालिका रामलीला मैदान में कूड़ा डंप कर रही है। लेकिन, हैरानी की बात यह है कि नगर पालिकाध्यक्ष को रामलीला मैदान में डंप होते कूड़े को लेकर जानकारी ही नहीं है। इस संवाददाता की ओर से सवाल पूछे जाने पर पालिकाध्यक्ष ने ईओ और सफाई निरीक्षक को तलब किया तो तब पालिकाध्यक्ष को रामलीला मैदान में बनाए जा रहे डंपिग जोन के बारे में पता चला।
उत्तरकाशी नगर पालिका क्षेत्र से हर दिन पांच टन से अधिक कूड़ा निकलता है। इस कूड़े को एक सप्ताह पहले तक पालिका तांबाखाणी सुरंग के निकट बाहर वाले मार्ग पर डंप करती आई है। लेकिन, एक सप्ताह से नगर पालिका शहर के कूड़े को रामलीला मैदान में डंप कर रही है, जिससे शहर में मक्खियां बढ़ने लगी हैं तथा शहर के बीच गंदगी से संक्रमण का खतरा भी बन रहा है। उत्तरकाशी में रामलीला मैदान में पालिका की घास रोपित करने की योजना थी, पालिकाध्यक्ष रमेश सेमवाल का यह ड्रीम प्रोजेक्ट भी था। लेकिन, पालिका मैदान को व्यवस्थित तो नहीं कर सकी, पर कूड़ा डंपिग जोन जरूर बना दिया है।
इसके अलावा शहर के कई स्थानों से नियमित कूड़ा नहीं उठ रहा है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। पालिकाध्यक्ष रमेश सेमवाल ने कहा कि रामलीला मैदान में कूड़ा डंप करने की उन्हें जानकारी नहीं थी। ईओ और सफाई निरीक्षक ने बिना अनुमति के रामलीला मैदान में कूड़े को डंप किया है। उन्होंने रामलीला मैदान से कूड़े को हटाने के निर्देश दिए हैं। कूड़े के विधिवत निस्तारण के लिए उन्होंने शासन से धनराशि मांगी है। जल्द ही 30 लाख रुपये की धनराशि मिलने की उम्मीद है, जिससे कूड़े का विधिवत रूप से निस्तारण हो सकेगा।