महाकुंभ की व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के लिए राज्य सरकार दमखम से तैयारियों में जुटी हुई है. हालांकि, राज्य सरकार ने यह तय कर दिया है कि महाकुंभ से संबंधित नोटिफिकेशन जारी होने से पहले सारी व्यवस्थाएं मुकम्मल हो जाएंगी. जहां एक ओर वैश्विक महामारी कोरोना ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर राज्य सरकार की चिंता बढ़ाई हुई है. तो वहीं, दूसरी ओर ब्रिटेन से आए कोरोना संक्रमण के न्यू स्ट्रेन ने राज्य सरकार की नींद उड़ा दी है कि कुंभ मेले के दौरान कोरोना के न्यू स्ट्रेन को ध्यान में रखते हुए किस तरह से व्यवस्थाओं को मुकम्मल किया जाए.
शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि भविष्य में न्यू स्ट्रेन का कितना खतरा होगा. यह कहना अभी जल्दबाजी है, लेकिन फिलहाल इस पर अभी से ही ध्यान दिया जा रहा है. साथ ही भारत सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की हैं, उसको राज्य के भीतर सही ढंग से लागू कराया जा रहा है.
महाकुंभ के लिए वैक्सीन की मांग को मदन ने दोहराया
बीते दिनों जहां मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अतिरिक्त वैक्सीन की मांग की थी. तो वहीं, एक बार फिर शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने इस बात को दोहराया है और इस बात को भी कहा है कि केंद्र सरकार से महाकुंभ के लिए अतिरिक्त वैक्सीन की मांग की गई है, ताकि भव्य और दिव्य महाकुंभ के साथ ही सुरक्षित महाकुंभ कराया जा सके. कौशिक ने बताया कि महाकुंभ के लिए अतिरिक्त वैक्सीन को लेकर भारत सरकार से बातचीत की है, ताकि सभी राज्यों को दिए जाने वाले वैक्सीन से अतिरिक्त वैक्सीन उत्तराखंड राज्य को महाकुंभ के लिए दिया जाए.
महाकुंभ के तमाम कार्य हो चुके हैं पूरे
यही नहीं, महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर मदन कौशिक ने कहा कि सभी व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के लिए 31 जनवरी तक का समय तय किया गया है. हालांकि, इससे पहले तमाम काम दिसंबर महीने तक पूरे भी कर लिए गए हैं. वर्तमान समय में लगभग सभी गुणों का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और उन पर आवागमन भी शुरू हो गया है. साथ ही महाकुंभ क्षेत्र और सड़को को जोड़ने वाली सड़कों का काम भी शुरू हो गया हैय अंडर ग्राउंड कार्यों को भी पूरा कर लिया गया है. लिहाजा, जनवरी अंत तक सभी कार्यों को पूर्ण कर लिया जाएगा.