गोल्डन कार्ड के लिए सरकार भी दे अपना अंशदान-शिक्षा समन्वयन समिति

अल्मोड़ा- गोल्डन कार्ड के संबंध में शिक्षा समन्वय समिति जनपद अल्मोड़ा की आनलाइन बैठक आयोजित की गई।उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा चिकित्सा प्रतिपूर्ति समाप्त कर गोल्डन कार्ड के माध्यम से चिकित्सा कराने की योजना बनाई है। वक्ताओं कहना है कि सरकार द्वारा अपना अंशदान भी निश्चित करना चाहिए।उत्तराखंड के समस्त अस्पतालों को इसमें शामिल करना चाहिए।अशासकीय विद्यालयों के शिक्षकों व कार्मिकों को इसमें शामिल करना चाहिए और अधिक से अधिक केन्द्र कार्ड बनाने के लिए खोलने चाहिए।ओपीडी खर्च को भी शामिल किया जाना चाहिए।पेंशनरों को भी राहत देते हुए सरकार द्वारा पचास प्रतिशत अंशदान देना चाहिए । सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी द्वारा कहा गया कि सरकार द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। मूलभूत सुविधाओं को सरकार द्वारा दिया जाना चाहिए तथा इसकी पुरजोर पैरवी की जायेगी।उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के मंडलीय अध्यक्ष नवेंदु मठपाल द्वारा कहा गया कि सरकारी स्वास्थ्य सेवा मजबूत हो, सरकार विसंगतियों को संज्ञान में ले और तमाम फोरमों को इसमें शामिल किया जाए।कटौती का वास्तविक लाभ का कार्मिकों को मिलना चाहिए। शिक्षा समन्वय समिति के सचिव धीरेन्द्र कुमार पाठक द्वारा कहा गया है कि एक बार कार्ड दिखाने के बाद कार्मिकों को सभी चिकित्सा लाभ मिलने चाहिए और कटौती की धनराशि को आयकर में भी छूट देनी चाहिए।कार्ड का परीक्षण करने के बाद भी इसको लागू करना चाहिए।अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार जोशी द्वारा कहा गया कि चिकित्सा को मजाक का विषय नहीं बनाया जाना चाहिए और सभी सरकारी अस्पतालों में सभी दवाओं की आपूर्ति की जाय।कार्मिक एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष रमेश पांडेय द्वारा कार्मिकों के हितों के दृष्टिगत ही उचित फैसला लेने की अपील की गयी है। संजय बिष्ट जूनियर हाईस्कूल संघ के अध्यक्ष ने कहा है कि दूसरे राज्य में इलाज के लिए जाने पर रिफर करने की व्यवस्था न हो सीधे इलाज की व्यवस्था होनी चाहिए।भूपाल चिलवाल जिला मंत्री राजकीय शिक्षक संघ द्वारा कहा गया है कि योजना की जानकारी सभी को दी जानी चाहिए।गजेन्द्र कुमार पाठक फार्मासिस्ट द्वारा कहा गया है कि किसी योजना को लागू होने दिया जाय उसके बाद ही दोषों के निराकरण के प्रयास किए जाने चाहिए।पेंशनर संघ के चंद्रमणि भट्ट एवं श्याम सिंह रावत द्वारा कहा गया कि कटौती से पूर्व पेंशनरों के हितों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए।युगल मठपाल सचिव जू हा द्वारा कहा गया है कि अस्पतालों में सभी सुविधाएं प्राप्त होनी चाहिए।बैठक में बलवीर भाकुनी,हेम कबडवाल,विजेन्द्र सिंह, बसंत पांडेय,महिपाल सिंह राजपूत,डॉ ललित पाठक,तारा बिष्ट,हिमांशु तिवारी,अध्यक्ष प्रधानाचार्य परिषद द्वारा कहा गया है कि गोल्डन कार्ड कार्मिकों व शिक्षकों के हितों के दृष्टिगत लागू होनी चाहिए।शिक्षा समन्वय समिति के उपाध्यक्ष दिगम्बर फुलोरिया द्वारा कहा गया है कि शिक्षक व कार्मिकों के हितों से खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पुष्कर सिंह भैसोड़ा ने कहा है कि शिक्षको कार्मिकों के हितों के लिए संघर्षरत रहेंगे।शिक्षा समन्वय समिति जनपद अल्मोड़ा द्वारा सुझावों को माननीय मुख्यमंत्री महोदय को प्रेषित किया जायेगा।

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