एम्स : कोविड19 वैक्सिनेशन की तैयारियों के मद्देनजर मंगलवार को किया ड्राइ रन का आयोजनल

एम्स को बेस्ट मेडिकल यूनिवर्सिटी 2020 अवार्ड से भी गया नवाजा

ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में कोविड19 वैक्सिनेशन की तैयारियों के मद्देनजर मंगलवार को ड्राइ रन का आयोजन किया गया। इसके लिए संस्थान के सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभाग की ओर से आयुष भवन में भारत सरकार के मानकों के अनुरूप वैक्सिनेशन सेंटर की संपूर्ण व्यवस्था की गई है। ड्राइ रन में एम्स के 25 चिकित्सकों, सिक्योरिटी व अन्य अधिकारियों, कर्मिचारियों ने प्रतिभाग किया। सेंटर में पहले चरण में कुल 5,632 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी की देखरेख में 16 जनवरी से शुरू होने वाली कोविड19 वैक्सिनेशन प्रक्रिया के लिए संस्थान में सभी व्यवस्थाएं चाकचौबंद कर दी गई हैं। मंगलवार को एम्स के आयुष भवन में स्थापित कोविड वैक्सिनेशन सेंटर में ड्राइ रन का आयोजन किया गया। इस दौरान राज्य सरकार की ओर से नियुक्त अपीडोमोलॉजिस्ट (महामारी विशेषज्ञ) डा. पीयूष आगस्टीन जी ने वैक्सिनेशन व्यवस्था व ड्राइ रन की संपूर्ण प्रक्रिया का निरीक्षण किया व सराहना की। एम्स की कम्यूनिटी एंड फेमिली मेडिसिन विभागाध्यक्ष व वैक्सिनेशन कमेटी की चेयरपर्सन प्रो. वर्तिका सक्सेना जी ने बताया कि संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी के निर्देशन में भारत सरकार की गाइड लाइन के तहत कोविड 19 वैक्सिनेशन की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं, जिसके तहत मंगलवार को ड्राइ रन का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि इसके अंतर्गत प्रत्येक स्वास्थ्यकर्मी का कोविन एप में वैरिफिकेशन व वैक्सिनेशन किया जाएगा, इसके बाद प्रत्येक व्यक्ति को 30 मिनट तक आब्जर्वेशन में रखा जाएगा, जिससे किसी भी व्यक्ति को टीकाकरण के बाद किसी प्रकार के साइड इफेक्ट होने की स्थिति में तत्काल आपात आवश्यक उपचार दिया जा सके।

उन्होंने बताया कि ऑब्जर्वेशन के दौरान किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए वैक्सिनेशन सेंटर में ही एईएफआई सेंटर भी स्थापित किया गया है। जिसका संचालन आपात चिकित्सा क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट की देखरेख में किया जाएगा। बताया गया है कि कोविड वैक्सिनेशन सेंटर में लोगों के लिए दो पतीक्षालय व दो टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। सेंटर में प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक औसतन 100 से 200 लोगों के टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। एम्स स्थित वैक्सिनेशन सेंटर में पहले चरण में 5,632 ​चिकित्सकों, नर्सिंग ऑफिसरों, तकनीकि सहायकों व अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा। इस अवसर पर टीकाकरण समिति के सदस्य सचिव डा. योगेश बहुरुपी, सीएफएम विभाग के डा. महेंद्र सिंह, डा. प्रदीप अग्रवाल, डा. संतोष कुमार,डा. हिदायत, डा. मीनाक्षी आदि मौजूद थे।

बेस्ट मेडिकल यूनिवर्सिटी 2020 अवार्ड से गया नवाजा

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश को उच्चतम एवं एडवांस मेडिकल केयर, उच्च गुणवत्तायुक्त अनुसंधान के उत्कृष्ट कार्यों के ​लिए बेस्ट मेडिकल यूनिवर्सिटी 2020 अवार्ड से नवाजा गया है। इस दौरान एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने संस्थान की ओर से मरीजों को वर्ल्डक्लास स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का संकल्प दोहराया। देहरादून इंटरनेशनल साइंस एंड टेक्नोलॉजी फेस्टिवल में एम्स ऋषिकेश को उत्तराखंड साइंस और टेक्नोलॉजी की ओर से बेस्ट मेडिकल यूनिवर्सिटी अवार्ड 2020 प्रदान किया गया। एम्स ऋषिकेश को इस सम्मान से नवाजे जाने पर संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने कहा कि एम्स ऋषिकेश अपनी उत्कृष्ट सेवाओं को 2021 व निकट भविष्य में भी विशेषरूप से समाज कल्याण एवं जन कल्याण के लिए सततरूप से जारी रखते हुए और आगे बढ़ाएगा। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार एवं साइंस एंड टेक्नोलॉजी संस्थान की ओर से एम्स संस्थान को दिया गया यह सम्मान सराहनीय है। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश द्वारा शुरू की गई समस्त सेवाएं उत्तराखंड ही नहीं देश के कई अन्य राज्यों में जन-जन तक पहुंच रही हैं, साथ ही हमारा सतत प्रयास रहेगा कि प्रत्येक जनमानस हमारी सेवाओं से लाभान्वित हो, ऐसे में चाहे वह एडवांस उपचार हो या फिर गांव- गांव एवं घर- घर तक पहुंचने वाला आउटरीच प्रोग्राम हो, एम्स ऋषिकेश मरीजों की उच्चतम गुणवत्ता की केयर के लिए प्रतिबद्ध है। एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत जी ने बताया कि संस्थान में एक ओर उच्च गुणवत्ता वाले रिसर्च और शोध कार्य किए जा रहे हैं, वहीं मरीजों के हितों का ध्यान रखते हुए उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा भी प्रदान की जा रही है, इसके साथ ही उत्तराखंड की भौगोलिक पस्थितियों को ध्यान में रखते हुए नित नए प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें एम्स परिसर में हेलीपैड सेवाएं एवं ट्रॉमा सेंटर, डायलिसिस यूनिट एवं कई मल्टी स्पेशलिटी यूनिट्स स्थापित कर दी गई हैं, जिसका सीधा उद्देश्य मरीजों को उच्च सुविधा एवं गुणवत्ता के साथ उपचार का लाभ पहुंचाना है। उन्होंने इस सम्मान के लिए उत्तराखंड की समस्त जनता, सरकार एवं जनप्रतिनिधि का आभार व्यक्त किया है।
आयोजित अवॉर्ड सेरिमनी में वर्चुअल माध्यम से जुड़े संस्थान के डीन एकेडमिक्स प्रोफेसर मनोज गुप्ता जी ने इस पुरस्कार को प्राप्त कर हर्ष व्यक्त किया। इस अवसर पर संकायाध्यक्ष अकादमिक प्रो. मनोज गुप्ता जी ने कहा कि एम्स ऋषिकेश उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा शिक्षा और शोध के साथ-साथ उच्च तकनीक द्वारा जनता के स्वास्थ्यहित का भी संपूर्ण ध्यान रखता है। उन्होंने बताया कि संस्थान ने वर्ष 2020 में कई ऐसे कार्य किए हैं, जो कि एम्स ऋषिकेश की प्रतिबद्धताओं को साबित करते हैं। उन्होंने आगे बताया कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने के लिए एम्स ऋषिकेश में अत्याधुनिक मशीन एवं उच्च गुणवत्ता का उपचार आदि उपलब्ध कराया गया है। इस अवसर पर संस्थान के आउटरीच सेल के नोडल ऑफिसर डा. संतोष कुमार जी आदि मौजूद थे।

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