आहवान : पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में बढ़ चढ़कर अपनी भागीदारी निभायें
(वीना पाठक)
शिमला जिला में समस्त 13 विकास खंडो में पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव के लिए 2302 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें 153 अति संवेदनशील तथा 476 संवेदनशील घोषित किए गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि 1673 मतदान केन्द्र सामान्य घोषित किए गए हैं। उन्होनें शिमला जिला के लोगों से आहवान किया कि वे पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में बढ़ चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और लोकतंत्र को सुदृढ़ बनाए।
23 साल की उम्र में ही श्रुति पार्षद बनी
हिमाचल प्रदेश के शहरी निकाय चुनाव में इस बार नाहन की श्रुति 23 साल की उम्र में पार्षद बनी हैं। वह पहली बार राजनीति में उतरीं और विजय हासिल की। नगर निकाय चुनाव में वह प्रदेश में सबसे कम उम्र की पार्षद हो सकती हैं। 25 अगस्त 1997 को जन्मी श्रुति चौहान ने कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी के तौर पर राजनीति में कदम रखा और 28 मतों से जीत दर्ज की। श्रुति चौहान ने भाजपा समर्थित प्रत्याशी तुलसा कश्यप को चुनावी मैदान में पटखनी दी।
भूकंप के झटकों ने हिमाचल प्रदेश की धरती को हिला दिया
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आज रात भूकंप के झटकों ने हिमाचल प्रदेश की धरती को हिला दिया । अब प्रदेश के कांगड़ा जिला के धर्मशाला, शाहपुर, पालमपुर और आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप आज रात आठ बजकर 21 मिनट 50 सेकंड पर आया है। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.2 आंकी गई है। नए साल में यह तीसरी भूकंप की घटना है। इससे पहले दो और पांच जनवरी को चंबा में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। आज रात आए भूकंप का केंद्र शाहपुर के पहाड़ी क्षेत्र करेरी में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए। हालांकि भूकंप से किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कोरोना की जंग जीती
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कोरोना की जंग जीत ली है। वह परिवार सहित मोहाली के फोर्टिस में उपचाराधीन थे। उनके परिवार को आज अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी, जहां से वे कांगड़ा लौटेंगे। उल्लेखनीय है कि शांता कुमार और उनका पूरा परिवार कोरोना पॉजिटिव आया था, जिसके बाद उनकी पत्नी की सेहत बिगड़ने के बाद उन्हें टांडा अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। पत्नी के टांडा में निधन के बाद शांता कुमार ने फोर्टिस अस्पताल मोहाली में इलाज करवाने की इच्छा जाहिर की थी।