नैनीताल। नगर के मल्लीताल कोतवाली में बीते दिनों एक महिला अधिवक्ता द्वारा अपने सीनियर अधिवक्ता पर शादी का झांसा देकर उसका शारिरिक और मानसिक शोषण करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद महिला अधिवक्ता ने पुलिस में अपने सीनियर अधिवक्ता के खिलाफ तहरीर दी थी। वही बुधवार को महिला की तहरीर के आधार पर पुलिस ने सीनियर अधिवक्ता पर शादी का झांसा देकर शारिरिक व मानसिक शोषण करने पर मुकदमा दर्ज कर लिया। पुरुष अधिवक्ता पूर्व न्यायिक अधिकारी का बेटा बताया जा रहा है।
बता दे कि महिला अधिवक्ता ने कोतवाली में तहरीर देते हुए बताया कि 2016 में उसने नैनीताल हाईकोर्ट में जूनियर अधिवक्ता के तौर पर काम करना शुरु किया था जिस पर न्यायिक अधिकारी ने उसे उनके बेटे के साथ काम करने को कहा जिस पर महिला अधिवक्ता ने उनके बेटे के साथ कार्य करने के लिए हामी भर दी। धीरे धीरे काम के दौरान सीनियर अधिवक्ता उसे पसंद करने लगा और उसके सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया जिस पर महिला ने उसे अपने घर पर बात करने की बात कही। वही इस बीच शादी के नाम पर धोखा देते हुए उच्च अधिवक्ता ने महिला के साथ शारिरिक सम्बंध बनाये। दोनो के बीच नज़दीकियां बड़ी तो महिला ने उच्च अधिवक्ता से शादी करने की बात कही जिस पर शादी का आश्वासन देते हुए महिला के साथ जबरन सम्बंध बनाता रहा।
जिसके बाद युवक द्वारा महिला के घर जाकर उसके परिजनों के सामने शादी का प्रस्ताव भी रखा लेकिन शादी के लिए उच्च अधिवक्ता द्वारा महिला के परिजनों से पैसों के साथ ही गाड़ी व कीमती दहेज की मांग की गई। लगातार युवती द्वारा शादी के दबाव के चलते युवक द्वारा युवती के साथ मारापीटी भी की और उसे जान से मारने की धमकी देने लगा। जिसके बाद युवती ने अपने साथ हो रहे अन्याय पर कोतवाली मे तहरीर दी और सीनियर अधिवक्ता की काउंसलिंग करने की मांग की जिस पर आज महिला ने पुलिस से कार्रवाही करते हुए युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
वही कोतवाल अशोक कुमार ने बताया कि महिला अधिवक्ता की तहरीर के आधर पर गढ़विहार फेज न.1 मोहकपुर देहरादून निवासी अरुण प्रताप सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 323, व 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वही मामले की जांच एसआई सोनू बाफिला को सौंपी गई है।