हिमाचल को देश का नंबर एक राज्य बनाने के लिए जयराम सरकार को अगले 25 वर्षों का रोड मैप तैयार करना चाहिए। इसमें पार्टी से ऊपर उठकर सभी को मिलकर प्रदेश की तरक्की के लिए बहुमूल्य सुझाव देने चाहिएं। यह बात केंद्रीय वित्त व कारपोरेट मंत्रालय के राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने स्वर्णिम हिमाचल कार्यक्रम के दौरान संबाेधन में कही। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया कि विधानसभा के सत्र में दो दिनों तक केवल इसी पर ही चर्चा की जानी चाहिए कि हिमाचल को कैसे हम देश का नंबर वन राज्य बनाएं। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वह हिमाचल को नंबर वन राज्य बनाने का प्रण लें। इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
उन्होंने अपने संबाेधन के दौरान हिमाचल प्रदेश की समस्त जनता को पूर्ण राजत्व दिवस की बहुत-बहुत बधाई दी और हिमाचल को इस मुकाम पर लाने वाले सभी महान विभूतियों, कर्मचारियों व अधिकारियों के योगदान की सराहना की। हिमाचल प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डाक्टर यशंत सिह परमार और पूर्व प्रधानमंत्री इंदरिा गांधी को याद किया, जिन्होंने पूर्ण राज्य का दर्जा दिया। पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार न घर-घर पानी पहुंचाने का कार्य किया और बिजली परियोजना में रायल्टी का मुद्दा शांता कुमार ने उठाया। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कोर्ट में याचिका दायर की और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने बेहतर वकील लगकर इसे जीता। प्रदेश के गांव-गांव को सड़कों से जोड़ने का कार्य पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने किया।
उन्हाेंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू की थी। हिमाचल सरकार ने डीपीआर बनाकर गांव-गांव तक सड़क पहुंचाई। उस वक्त अन्य राज्यों को कहा जाता था कि डीपीआर बनाना हिमाचल से सीखे। उन्हाेंने कहा धूमल सरकार के समय हिमाचल शिक्षा हब बना और निजी क्षेत्र में कई विश्वविद्यालय खुले। आईआईटी, आईआईआईटी, आईआईएम, एनआईटी, होटल प्रबंधन संस्थान, ईएसआई मेडिकल काॅलेज हिमाचल में स्थापित हुए।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रदेश के वन मंत्री रहते प्रदेश को कार्बन न्यूट्रल स्टेट के लिए हजारों करोड़ रुपये मिले थे। उन्हाेंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के सहयोग और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रयासों से हिमाचल को बल्क ड्रग पार्क भी अवश्य मिलेगा। कोविड जैसी महामारी में भी भारत अर्थव्यवस्था के मामले में 11वें से छठे स्थान पर आया और महामारी में सबसे कम मृत्यु देश में हुई जिसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मांदी को जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के स्वपन को साकार करने का कार्य किया है। महामारी से पूर्व भारत में पीपीई किट नहीं बनती थी। लेकिन आज देश अपने जरुरतों को पूरा करने के साथ पड़ोसी राज्यों को भी इसकी आपूर्ति कर रहा है। भारत ने एक नहीं दो-दो वैक्सीन बनाई और अपनी जरूरत को पूरा करने के साथ पड़ाेसी राज्योें को भी उपलब्ध करवा रहा है।