छात्रों की मनोदशा को ध्यान में रखते हुए हर हफ्ते नया टाइम टेबल बनाया जाएगा

उत्तराखंड में छठी से आठवीं, नौवीं और 11वीं कक्षा के लिए विद्यालय खुलने जा रहे हैं। लॉकडाउन लागू होने के करीब 11 महीने बाद खुलने जा रहे विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के लिए एक नया माहौल होगा। ऐसे में छात्रों की मनोदशा को ध्यान में रखते हुए ही हर हफ्ते नया टाइम टेबल बनाया जाएगा। इसमें छात्र क्या चाहते हैं, इस बात का खास ख्याल रखा जाएगा।

अकादमिक शोध और प्रशिक्षण की ओर से पूरे लॉकडाउन के दौरान छात्र- छात्राओं की मनोदशा पर भी नजर रखी गई। ऐसे में अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक सीमा जौनसारी ने मनोचिकित्सकों और विषय विशेषज्ञों के माध्यम से शुक्रवार से एक विशेष कार्यशाला आयोजित करने का निर्णय लिया है। निदेशक ने बताया कि कार्यशाला में प्रदेशभर के विद्यालयों के प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापकों को शासन की ओर से जारी एसओपी की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा सीबीएसई की ओर से जारी संशोधित पाठ्यक्रम और एनसीईआरटी का वैकल्पिक कैलेंडर भी साझा किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते सीबीएसई व राज्य बोर्ड की ओर से पाठ्यक्रम में की गई कटौती की जानकारी देने से शिक्षक और छात्रों का अतिरिक्त समय खराब नहीं होगा। वहीं एनसीईआरटी की तर्ज पर हर हफ्ते के लिए बच्चों की मांग एवं मानसिकता के आधार पर नया टाइम टेबल तैयार करना भी सिखाया जाएगा। कार्यशाला में छात्रों के लिए मूल पाठ्यक्रम की पढ़ाई करवाने से पहले अतिरिक्त क्रियाकलाप करवाने के सुझाव और तरीके भी बताए जाएंगे, ताकि छात्रों पर एकदम पढ़ाई का बोझ न पड़े।

जिलेवार प्रशिक्षण का समय

दिनांक, जिला

पांच फरवरी, पिथौरागढ़, देहरादून

छह फरवरी, हरिद्वार, चंपावत

आठ फरवरी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर

नौ फरवरी, अल्मोड़ा, चमोली

10 फरवरी, नैनीताल, उत्तरकाशी

11 फरवरी, टिहरी, ऊधमसिंह नगर

12 फरवरी, पौड़ी

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