नैनीताल। नगरपालिका द्वारा बीते वर्ष निकाले गए आउटसोर्स कर्मियों के विवाद ने फिर एक बार तूल पकड़ लिया। निकाले गए दोनों आउटसोर्सिंग कर्मचारियों पवन व सौरभ को पालिका द्वारा बार बार निकाले गए कार्य से अतिरिक्त कार्य पर रखने का आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन अब तक उन्हें किसी भी कार्य पर नहीं रखा गया है।
ज्ञात हो कि दोनों आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने बीते माह दिसम्बर में आत्मदाह की चेतावनी दी थी। लेकिन देवभूमि सफाई कर्मचारी संघ और बाल्मीकि समाज के लोगों ने पालिका प्रशासन से बात कर दोनों आउटसोर्स कर्मियों को 10 दिन के भीतर कार्य पर आश्वाशन दिया था लेकिन पालिका द्वारा एक माह बीत जाने के बाद भी दोनों को कार्य पर नहीं रखा गया तो इन्होंने पुनः 6 फरवरी को आत्मदाह का प्रयास किया लेकिन पुलिस द्वारा दोनों प्रयास को विफल कर दिया गया और दोनों पर 151 पर मुकदमा दर्ज कर कर्रवाई की गई , और फिर पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी द्वारा दोनों को दो दिन बाद कार्य पर रखने का आश्वासन दिया गया लेकिन अब एक सप्ताह बीतने को है लेकिन अभी तक दोनों को कार्य पर नही रखा गया।

जिस पर निकाले गए आउटसोर्स कर्मी पवन और सौरभ का कहना है कि आत्मदाह का प्रयास करने के बाद भी पालिका की नींद नही खुली न इनके द्वारा दिए गए आदेश पर कोई अमल किया जा रहा हैं। जिस पर दोनों का कहना है कि अगर पालिका का रवैया ऐसा ही रहा तो मजबूरन हमें उच्च न्यायालय का सहारा लेना पड़ेगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी सम्बंधित विभाग की होगी।