देहरादून। जनरल मर्चेन्ट्स एसोसिएशन एवं भारतीय योग संस्थान (पंजी-) के संयुक्त तत्वाधाान में एक 7 दिवसीय निःशुल्क योग शिविर का आयोजन दिनांक 22-02-2021 से 28-02-2021 (सोमवार से रविवार) तक, समय – प्रातः 6:00 बजे से 7:30 बजे तक प्रतिदिन, श्री जैन धार्मशाला, गांधाी रोड, देहरादून में किया जा रहा है।
विवेक अग्रवाल ने बताया कि राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने 22 फरवरी 2021 को योग शिविर के दीप – प्रज्वलन की बेला पर मुख्यअतिथि के रूप में उपस्थित रहने की स्वीकृति प्रदान की है।
संयोजक एवं प्रान्तीय मंत्री, भारतीय योग संस्थान मोहन लाल विरमानी ने बताया कि इस योग शिविर में वायु ध्वनि, जल-भोजन प्रदूषण द्वारा देर से सोने व उठने का माँ प्रकृति के विरूद्ध आचरण, भाग-दौड़ की जिन्दगी एवं तनावों के कारण हृदय व मानसिक रोगों, अधरंग, उच्च-निम्न रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा, गठिया, कब्ज, कोलाइटिस, वायु- विकार, दुर्बल नेत्र स्मरण शक्ति, नजला, छोटे कद का होना, कमर-गर्दन व जोड़ों के दर्द, महिलाओं की मासिक धर्म सम्बन्धी बीमारी व गर्भाशय कैन्सर आदि अनेकों रोगों से पीड़ितों के लिए योगासान, प्राणायाम, ध्यान, नेति-कुंजल, रबड़ नेति, जल नेति आदि भारतीय योग संस्थान के योग शिक्षकों द्वारा कराई जायेंगीं।
क्योंकि प्रत्येक मानव की इच्छा रहती है कि उसका जीवन पीड़़ाआें से मुक्त रहे, वह सदा सुखी रहे, समाज में सम्मान पायें। इच्छा को साकार करने के लिए स्वस्थ्य शरीर एवं मन की आवश्यकता है। इसके सामने करोड़ों की धान सम्पदा भी बेकार है क्योंकि दुःखी व रोगी व्यक्ति इसका भोग नहीं कर सकता है। उपरोक्त सभी पीड़ाओं से बचाव हेतु व हमेशा दीर्घायु तक स्वस्थ्य-सुखी रहने के लिए हमारे ऋषि – मुनियों ने ‘योग’ हमें संजीवनी के रूप में दिया है। स्वस्थ्य रहना हमारा जन्म-सिद्ध अधिाकार है।
इन योगासानों व प्राणायाम के नियमित अभ्यास द्वारा हमारी रीढ़, मांसपेशियोें, रक्त, नाड़ी, श्वसन, पाचन संस्थानों पर चमत्कारिक प्रभाव पड़ता है एवं हमारे समस्त अंग, प्रणालियां सुचारू रूप से कार्य करती है। नियमित योगाभ्यास से कण्ठ से लेकर मस्तिक तक की सभी नाड़ियों इस क्रिया से शुद्ध हो जाती हैं, आँख, नाक, कान आदि के सभी दोष नेति क्रिया से दूर होते हैं, प्रदूषण से जो मैल श्वास द्वारा अन्दर जाता है जैेसे -धाूल, धाुआँ तथा विषैली गैस आदि के मल को नेति उखाड़ कर बाहर निकलाने की क्षमता रखती है यही नहीं नेति से नेत्र-ज्योति बढ़ती है, बहरापन ठीक होता है, नजला होने पर कफ बाहर निकलता है। कपाल की शुद्धि होती है। दांत भी नेति से स्वस्थ होते हैं, मसूड़े मजबूत रहते है।ं टाँसिल, साइनस, खांसी, दमा, कण्ठमाला जैसे रोग नेति से ठीक होते हैं तथा सिर की पीड़ा भी दूर होती है। मोतियाबिन्द आदि अनेकों बीमारियाें का निवारण भी इनसे होता है।
प्रतिदिन सहभागिता करने वाले सभी योग साधाकों को एक ‘प्रशस्ति पत्र’ भी दिया जायेगा।
शिविर में भाग लेने वाले इच्छुक मोहन लाल विरमानी , संयोजक एवं प्रान्तीय मंत्री, भारतीय योग संस्थान, मो- 9520573114 एवं विवेक अग्रवाल, प्रधान, जनरल मर्चेन्ट्स एसोसिएशन मो- 9412051453 से सम्पर्क कर सकते हैं।