संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड में फरवरी में ही सूरज की तपिश भीषण गर्मी के संकेत दे रही है। नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे पारे ने तेवर दिखा दिए हैं। गुरुवार को ऑल टाइम रिकॉर्ड स्थापित करने के बाद भी अधिकतम पारे में उछाल जारी है। शुक्रवार को दून का अधिकतम पारा ऑल टाइम रिकॉर्ड (31.3) से भी ऊपर (31.8) दर्ज किया गया। हालांकि, रात में तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने मौसम ठंडा कर दिया। वही, आज शनिवार को चमोली, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, देहरादून, मसूरी, कोटद्वार, ऋषिकेश और डोईवाला में रात से सुबह के समय हल्की बारिश हुई। अभी आसमान में बादल छाए हुए हैं। मसूरी में सुबह के समय तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा। चकराता के समीप ऊंची पहाडियों पर हल्का हिमपात हुआ है।
उत्तराखंड में ज्यादातर शहरों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी अधिक बना हुआ है। ऐसे में दोपहर के समय गर्मी का एहसास हो रहा है। फरवरी में ही गर्मी पड़ने से आने वाले महीनों में भीषण गर्मी का अंदेशा जताया जा रहा है। दून में जहां एक रोज पहले अधिकतम तापमान 31.3 रिकॉर्ड किया गया, वहीं अगले दिन यह बढ़कर 31.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। जो कि फरवरी में अधिकतम तापमान के ऑल टाइम रिकॉर्ड से भी अधिक है। चटख धूप का असर पर्वतीय जिलों में भी दिखाई दे रहा है। यहां भी पारे में इजाफा होने लगा है।

वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले दो दिन ज्यादातर शहरों का तापमान 5-7 डिग्री सेल्सियस अधिक बना रह सकता है। जबकि, उत्तरकाशी, चमोली, देहरादून और टिहरी के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि के आसार बन रहे हैं। जिसके बाद तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।
हरिद्वार में भी पारे का ऑल टाइम रिकॉर्ड
हरिद्वार में भी तापमान ने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। यहां अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। जो कि फरवरी में अब तक का सर्वाधिक है। इससे पहले यहां 13 साल पहले 31.1 डिग्री सेल्सियस सर्वाधिक था। वहीं, ऊधमसिंह नगर में भी कीर्तिमान स्थापित हुआ है। पहली बार यहां फरवरी में अधिकतम पारा 31 डिग्री सेल्सियस पार पहुंचा है।
मलबा आने से ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोड़ियाला में बाधित
ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोड़ियाला में पहाड़ी से मलबा आने के कारण राजमार्ग सुबह 9.30 बजे बंद हो गया। इस कारण मार्ग के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। कई आवश्यक सामग्री के वाहन भी मार्ग में फंसे हैं। बीती रात्रि को बारिश भी हुई थी, जिसके बाद शनिवार सुबह को यहां पर पहाड़ी से भारी मलबा आ गया। पिछले डेढ़ घंटे से राजमार्ग बाधित है, जिस कारण आवागमन प्रभावित हो गया है। मार्ग बंद होने से यात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मलबा हटाने के लिए यहां पर जेसीबी मशीन लगाई गई है बताया जा रहा है कि जल्द आवागमन सुचारू हो पाएगा।