होटल से निकाले गए कर्मचारियों ने होटल प्रबन्धन खिलाफ किया प्रदर्शन
नैनीताल। नैनीताल के मनु महारानी होटल से निकाले गए 33 कर्मचारियों ने एक बार फिर होटल के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। कर्मचारियों ने होटल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की उनका कहना है कि उन्हें काम पर वापस रखा जाए। कर्मचारियों ने बताया कि होटल प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों को कोरोना काल के चलते लॉकडाउन के बाद सितंबर माह में नौकरी से निकाल दिया गया था। लेकिन स्थिति सामान्य होने के बाद भी उन्हें काम पर दोबारा नहीं रखा गया है। होटल कर्मियों की मांग है कि होटल सामान्य रूप से चल रहा है तो उन्हें काम पर दोबारा रखा जाए।
सोमवार को भारतीय मजदूर संगठन के पूर्व होटल कर्मचारियों ने इकट्ठे होकर होटल प्रबंधन से वार्ता करने की मांग की और प्रबंधन ने वार्ता करने से साफ मना करा दिया। जिसके बाद कर्मचारियों ने होटल गेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारियों द्वारा बताया गया कि होटल प्रबंधन ने 33 कर्मचारियों को सितंबर माह में कार्य से निकाल दिया गया था दिसंबर माह से होटल का संचालन फिर से शुरू कर दिया गया था लेकिन पुराने कर्मचारियों को कार्य पर नहीं बुलाया गया और होटल प्रबंधन ने नए कर्मचारियों को काम पर रख दिया गया है। कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द नौकरी पर रखा जाए नहीं तो वह उग्र आंदोलन करेंगे,और सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक आंदोलन करेंगे। कहा की प्रबंधन द्वारा हमारी नहीं सुनी गई तो हम आमरण अनशन शुरू कर देंगे।

वहीं होटल महाप्रबंधक नरेश गुप्ता का कहना है कि वार्ता के लिए आए कर्मचारियों को उन्होंने मना नहीं किया लेकिन वार्ता के लिए अनजान लोग आए थे जिनका होटल से कोई से कोई लेना देना नहीं है इसलिए वार्ता नहीं की गई। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में नौकरी के निकालने के बाद कर्मचारियों को श्रम कानून के अनुसार पूर्ण भत्ता दे दिया गया है। होटल में सिर्फ 20 कमरे ही खोले गए हैं जिन के संचालन के लिए प्रधानमंत्री कौशल योजना के अंतर्गत ट्रेनी रखे गए हैं। होटल पूरी तरह से खुलने व हालात सामान्य होने पर निकाले गए कर्मचारियों को अमागुलाल कार्य पर वापस बुला लिया जाएगा।
धरने में भारतीय मजदूर संघ के रमेश चंद्र जोशी,संरक्षक मदन सिंह, जिलाध्यक्ष मदन सिंह, विरेंद्र, विकास जोशी,नरेंद्र पोपला, जगदीश प्रसाद, प्रकाश, किशन समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।