दसवें मुख्यमंत्री के रूप में तीरथ सिंह रावत एक नजर में…
सितम्बर तक लड़ना होगा चुनाव!
पहला वर्ष होगा चुनौती भरा वर्ष, 2022 मार्च में होने हैं चुनाव
असंन्तुष्टों को सम्हालना और अलोकप्रियता को दुरुस्त करना आसान नहीं
भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेन्स और पारदर्शिता की परिभाषा का अर्थ भी समझाना होगा।
(सुनील गुप्ता, ब्यूरो चीफ)
देहरादून। विगत चार दिनों से चल रही राजनैतिक हलचल में आज उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री आखिर गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत (TSR) के नाम पर आज घोषणा के साथ विराम लग गया। ज्ञात हो कि नौंवे मुख्यमंत्री के रूप में त्रिवेन्द्र सिंह रावत (TSR) का अध्याय समाप्त हुआ और 10वें मुख्यमंत्री के रूप में तीरथ सिंह रावत (TSR) का कार्यकाल शुरू हो जायेगा। तीर्थ सिंह रावत मंत्री मण्डल में नये चेहरों की सम्भावना प्रबल हो गयी है साथ ही अन्धाधुन्ध बाँटे गये दायित्वों में हेरफेर हो सकता है।
आज 4 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा।
केनद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह ने कहा कि गरिमा के साथ देवतुल्य विधायक और भाजपा कार्यकर्ता नए मुख्यमंत्री के चुनाव में सहयोग किया।
*तीरथ सिंह रावत का परिचय*
फरवरी 2013 से दिसंबर 2015 तक उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। और चौबट्टाखाल से भूतपूर्व विधायक है, वर्तमान में तीरथ सिंह रावत भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के साथ साथ गढ़वाल लोकसभा से सांसद भी हैं।
जन्म की तारीख और समय: 9 अप्रैल 1964 (आयु 56 वर्ष)।
तीरथ सिंह रावत, भारतीय भारतीय जनता पार्टी से संबंधित राजनीतिज्ञ है। वह फरवरी 2013 से दिसंबर 2015 तक उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे और चौबट्टाखाल से भूतपूर्व विधायक (2012-2017) है, वर्तमान में तीरथ सिंह रावत भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के साथ साथ गढ़वाल लोकसभा से सांसद भी हैं। पौड़ी सीट से भाजपा के उम्मीदवार के अतिरिक्त 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हिमाचल प्रदेश का चुनाव प्रभारी भी बनाया गया था।

उत्तराखण्ड के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की सूची में छठा नंबर
9 फरवरी 2013 – 31दिसम्बर 2015 पूर्वा धिकारी बिशन सिंह चुम्फाल, उत्तराधिकारी अजय भट्ट चुनाव-क्षेत्र चौबट्टाखाल (2012-2017) जन्म 9 अप्रैल 1964 ग्राम सीरों, पट्टी असवालस्यूं, पौड़ी गढ़वाल ।
जीवन संगनी डॉक्टर रश्मी त्यागी।
राजनीतिक दल, भारतीय जनता पार्टी, रावत व्यवसाय भाजपा राष्ट्रीय सचिव धर्म हिन्दू
तीरथ सिंह रावत भारतीय भारतीय जनता पार्टी से संबंधित राजनीतिज्ञ है। वर्ष 2000 में नित्यानंद स्वामी के मुख्य मंत्री कार्यकाल नवगठित उत्तराखण्ड के प्रथम शिक्षा मंत्री चुने गए थे।
इसके बाद 2007 में भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश महामंत्री चुने गए तत्पश्चात प्रदेश चुनाव अधिकारी तथा प्रदेश सदस्यता प्रमुख रहे। 2013 उत्तराखण्ड दैवीय आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के अध्यक्ष भी रहे, वर्ष 2012 में चौबट्टा खाल विधान सभा से विधायक निर्वाचित हुए और वर्ष 2013 में उत्तराखण्ड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बने।
इससे पूर्व वर्ष 1983 से 1988 तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (उत्तराखण्ड) के संगठन मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री रहे
हेमवती नंदन गढ़वाल विश्व विधालय में छात्र संघ अध्यक्ष और छात्र संघ मोर्चा (उत्तर प्रदेश) में प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे।
भारतीय जनता युवा मोर्चा (उत्तर प्रदेश) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे। इसके बाद 1997 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित हुए तथा विधान परिषद् में विनिश्चय संकलन समिति के अध्यक्ष बनाये गए।
श्री रावत जी को पौड़ी सीट से भारत के 17 वें लोकसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी बनाया गया था,जिसमें वे भारी मतों से विजयी हुए। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के मनीष खंडूड़ी को 2,85,003 से अधिक मतों से हराया।