शिमला। कालका-शिमला हैरिटेज रेलवे ट्रैक पर 18 मार्च से चलेगी रेल मोटरकार
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने किया है रेल मोटरकार चलाए जाने का ऐलान
आज से एडवांस ऑनलाइन और काउंटर बुकिंग भी हुई शुरू
800 रुपये रहेगा किराया
जनवरी 2019 बंद था मोटरकार का संचालन
शिमला से कालका पहुंचकर शताब्दी एक्सप्रेस को पकड़ सकेंगें यात्री
केंद्रीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल का ट्वीट
कालका – शिमला मार्ग पर पर्यटकों की सुविधा, और पर्वतीय यात्रा का आनंद लेने के लिये रेल मोटर कार की सुविधा शुरू की जा रही है।
इससे वैश्विक धरोहर माने जाने वाले इस मार्ग पर सफर करने का आकर्षण बढ़ेगा, और क्षेत्र में पर्यटन का विकास होगा-पीयूष गोयल
सीएम जयराम ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री का जताया आभार
17 मार्च को हज़ारों मजदूरों की प्रस्तावित रैली की तैयारियाँ पूर्ण : सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा
सीटू राज्य कमेटी की शिमला विधानसभा पर 17 मार्च को हज़ारों मजदूरों की प्रस्तावित रैली की तैयारियों के सिलसिले में शिमला, कुल्लू व हमीरपुर से प्रदेशभर के लिए चले तीन जत्थों का समापन हुआ। अंतिम दिन जत्थे बद्दी, बरोटीवाला, नालागढ़, मंडी,धर्मपुर, सरकाघाट, बैजनाथ, टाण्डा, धर्मशाला पहुंचे। इस दौरान प्रदेशभर में दर्जनों जनसभाएं की गईं। इन जनसभाओं में हज़ारों लोग शामिल हुए। इन जनसभाओं को सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा,राज्य महासचिव प्रेम गौतम, राष्ट्रीय सचिव डॉ कश्मीर ठाकुर, उपाध्यक्ष जगत राम, बिहारी सेवगी, भूपेंद्र सिंह, राजेश ठाकुर, रविन्द्र कुमार आदि ने सम्बोधित किया। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों पर जमकर हमला बोला व चेताया कि अगर मजदूर व किसान विरोधी कानून वापिस न लिए तो आंदोलन तेज होगा।
सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व महासचिव प्रेम गौतम ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों को खत्म कर बनाई गईं मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं के खिलाफ,न्यूनतम वेतन 21 हज़ार रुपये घोषित करने,वेतन को उपभोक्ता मूल्य अथवा महंगाई सूचकांक के साथ जोड़ने,आंगनबाड़ी,मिड डे मील व आशा वर्करज़ को सरकारी कर्मचारी घोषित करने व हरियाणा की तर्ज़ पर वेतन देने,प्री प्राइमरी में आंगनबाड़ी कर्मियों की नियुक्ति करने,फिक्स टर्म,ठेका,पार्ट टाइम,टेम्परेरी व कॉन्ट्रैक्ट रोज़गार पर अंकुश लगाने,आठ के बजाए बारह घण्टे डयूटी करने के खिलाफ,कोरोना काल में हुई करोड़ों मजदूरों की छंटनी,कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली,भारी बेरोजगारी,हर आयकर मुक्त परिवार को 7500 रुपये की आर्थिक मदद,हर व्यक्ति को दस किलो राशन की सुविधा,मजदूरों के वेतन में कटौती,ईपीएफ व ईएसआई की राशि में कटौती,किसान विरोधी तीन कानूनों व बिजली विधेयक 2020 के मुद्दे पर हिमाचल प्रदेश के हज़ारों मजदूर सड़कों पर उतरेंगे व 17 मार्च को शिमला विधानसभा पर एकत्रित होकर सरकार पर हल्ला बोलेंगे।

उन्होंने प्रदेश सरकार पर भी मजदूर विरोधी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रदेश सरकार के हालिया बजट को मजदूर,कर्मचारी व मध्यम वर्ग विरोधी बजट करार दिया है। उन्होंने कहा है कि मजदूरों के दैनिक वेतन में केवल पच्चीस रुपये,कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर चुकीं आंगनबाड़ी कर्मियों के वेतन में केवल पांच सौ व तीन सौ रुपये,आशा कर्मियों के वेतन में केवल साढ़े सात सौ रुपये,मिड डे मील कर्मियों के बजट में तीन सौ रुपये,चौकीदारों के वेतन में
केवल तीन सौ रुपये,एसएमसी व आउटसोर्स आईटी शिक्षकों के वेतन में केवल पांच सौ रुपये,वाटर गार्ड के वेतन में केवल तीन सौ रुपये व सिलाई अध्यापिकाओं के वेतन में केवल पांच सौ रुपये की बढ़ोतरी मजदूरों व कर्मचारियों के साथ घोर मज़ाक है। इस बजट में एक बार पुनः एनपीएस कर्मियों को केवल सहानुभूति मिली है व एक रुपये की भी आर्थिक मदद नहीं मिली है। आउटसोर्स कर्मियों को भी बजट में निराशा ही हाथ लगी है। पर्यटन व ट्रांसपोर्ट सेक्टर की भी बजट में अनदेखी है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर वर्ष 2003 के बाद नियुक्त कर्मियों व कॉन्ट्रेक्ट कर्मियों से धोखा करने का आरोप लगाया है।
भाषा एवं संस्कृति विभाग ज़िला लोक संस्कृति के संरक्षण व संवर्द्धन की दिशा में निरंतर प्रयासरत है
शिमला। भाषा एवं संस्कृति विभाग ज़िला शिमला ज़िला की लोक संस्कृति के संरक्षण व संवर्द्धन की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
विभाग द्वारा प्रतिवर्ष सांस्कृतिक दलों एवम पारंपरिक लोक वाद्य यन्त्र वादक दलों को प्रदेश, प्रदेश के बाहर सांस्कृतिक अवसरों, मेलों, त्योहारों, विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों हेतु भेजा जाता है। दलों के चयन के लिए ज़िला स्तर प्रति वर्ष लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाता हैं। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सांस्कृतिक दल को राज्य स्तरीय लोक नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर प्रदान किया जाता हैं।
इस वर्ष की ज़िला स्तरीय लोक नृत्य व पारंपरिक लोक वाद्य यन्त्र प्रतियोगिता का आयोजन ऐतिहासिक गेयटी थियेटर शिमला में दिनांक 18 मार्च 2021 को प्रात:10 बजे से करवाया जा रहा है ।
जिसमें जिला शिमला के पंजीकृत, अपंजीकृत सांस्कृतिक दल, पारंपरिक लोक वाद्य यन्त्र वादक दल अपना पंजीकरण दिनाँक 16 मार्च 2021 सायं 4.00 बजे तक अधिकारी के मोबाइल नंबर 9816756785 या ईमेल dloshimlahp@nic.in पर अपना आवेदन कर सकते है।
*नियम एवं शर्तें*
1. सांस्कृतिक दलों के कलाकारों की वादक कलाकारों सहित संख्या 16-21 होनी चाहिए। पारंपरिक लोक वाद्य यंत्र दलों के वादक कलाकारों की संख्या 8-12 होनी चाहिए।
2. समय अवधि सांस्कृतिक दलों के लिए 12-15 मिनट तथा वाद्य यंत्र दलों के लिए 10-15 मिनट होगी।
3. प्रतियोगिता में पारंपरिक लोक गायन, नृत्य व लोक वादन ही प्रस्तुत किया जाएगा तथा संबंधित दल केवल अपने क्षेत्र में प्रचलित लोक गायन, नृत्य गीत वादन, संगीत प्रस्तुत करेगा।
4. विभिन्न क्षेत्रों के मिले-जुले सांस्कृतिक दल प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकेगा।
5. सभी प्रतिभागी दलों द्वारा पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों का ही प्रयोग किया जाएगा तथा नृतको , गायकों, वादक कलाकारों के परिधान पारंपरिक व आभूषण भी मोलिक, परंपरागत होने चाहिए।
6. सभी प्रतिभागी दलों को नियमानुसार, पारिश्रमिक, दैनिकी, यात्रा भत्ता दिया जाएगा।
प्रथम, द्वितीय, तृतीय , सांत्वना स्थान प्राप्त करने वाले सांस्कृतिक/ वादक दलों को ट्रॉफी, प्रशस्ती पत्र, प्रोत्साहन राशि प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।
7. निर्णायक मंडल द्वारा दिया गया निर्णय अंतिम व सर्वमान्य होगा।
अधिक जानकारी के लिए ज़िला भाषा अधिकारी के दूरभाष संख्या 01772626615 मोबाइल 8219457198 पर संपर्क कर सकते हैं।
*अनिल कुमार हारटा
ज़िला भाषा अधिकारी शिमला*
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