प्रदेश के सभी कार्यालय 3 दिन बन्द रहेंगें, 50 हज़ार कोवेक्सीन मिले, बैंक भी 2 बजे तक एवं ऊर्जा विभाग के इंजीनियर की दुःखद मृत्यु

कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु तैनात किए गए तीन प्रभारी सचिव

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प्रदेश कार्यालय अगले तीन दिन के लिए बन्द

देहरादून। प्रदेश में आज एक अत्यंत गंभीर व हैरत अंगेज  स्थित तब उत्पन्न हो गयी जिसको सुन कर ऐसा लगा कि प्रदेश के शासन को चलाने बाला मुखिया यानि कि मुख्य सचिव ही दस दिनों से कोरोना पॉजिटिव और उस पर भी लोग उनके संपर्क में आते रहे? क्यों नहीं उनके द्वारा अपने ही उन आदेशों का अनुपालन किया गया जो जनता के लिए जारी किए गए थे! यदि जनता में कोई ऐसा इतनी अवधि तक करता और लोंगो के जनजीवन को खतरे में डालता तो शायद उसकी खैर नहीं होती? शायद यही कारण बताया जा रहा है तथा जो जनसामान्य में चर्चा में भी है कि इसी के परिणामस्वरूप तीन दिन प्रदेश के सभी कार्यालय बन्द किये गए हैं भले ही असल बजह कुछ भी हो! यह तो जांच का विषय है।

क्या मुख्य सचिव को संक्रमित होने की जानकारी थी? या फिर वे भी अज्ञानता में थे अथवा समय पर उन्हें बताया नहीं गया आदि सवालों का उठना स्वाभाविक है।

एक तरफ जहां बाजार, मॉल,जिम इत्यादि बन्द करने का शासनादेश सरकार दे ही चुकी है | वही सरकारी सेवाओं के लिए भी शासन ने शासनादेश दे दिया है कि, वर्तमान में कोरोना वायरस के बढ़ते हुए संक्रमण को प्रभावी तरीके से रोकथाम हेतु आवश्यक सेवाओं से संबंधित कार्यालय को छोड़कर प्रदेश के सभी कार्यालय वर्तमान सप्ताह दिनांक (23, 24, 25 अप्रैल) को 3 दिन शुक्रवार, शनिवार एवं रविवार को सब बंद रहेंगे|


 

देहरादून। पिछलेआदेश में संशोधन करते हुए सरकारी-गैर सरकारी विवि-कॉलेजों को भी पूरी तरह बंद कर दिया। IELTS-TOEFL तथा अन्य प्रतियोगी प्रतियोगी परीक्षा के लिए शामिल होने जाने-आने पर छूट दी गई है। ACS राधा रतूड़ी की तरफ से आदेश जारी किया गया।

इसके साथ ही होम डिलीवरी के लोंगों को भी आने-जाने की छूट दे दी गई है। प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रतिभागियों को अपने साथ ID प्रूफ और परीक्षा के प्रवेश पत्र दिखाने होंगे। कॉलेजों-विवि को बंद करने का आदेश हालांकि आज दिया लेकिन तकरीबन सभी पहले ही बंद हो चुके हैं। टिफिन सेवाओं को छूट दी गई थी लेकिन रेस्तरां के डिलीवरी सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों को ये छूट नहीं थी।

सरकार के सख्त आदेश और कोरोना के लहर के बावजूद कई स्कूल्स अपने स्टाफ और शिक्षकों को बुलाए जा रहे हैं। ऑनलाइन कक्षाएँ वे शिक्षकों को स्कूल बुला के ही करा रहे हैं। पटेलनगर के एक निजी स्कूल की शिकायत मिलने पर डीएम देहरादून डॉ.आशीष श्रीवास्तव ने  कहा कि आधिकारिक शिकायत मिलने पर किसी भी स्कूल के खिलाफ आपदा प्रबंधन एक्ट के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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उत्तराखण्ड के प्रभारी स्वास्थ्य सचिव डॉ पंकज कुमार पांडेय ने प्रेस वार्ता कर निम्न जानकारी दी है।

उत्तराखण्ड में लगातार कोरोना महामारी के मामले बढ़ रहे हैं। आज भी 19 कोरोना मरीजों की मौत हुई है।

उत्तराखण्ड को 50 हज़ार कोवेक्सीन को मिली हैं।

देहरादून में करीब करीब आईसीयू फुल हो गए हैं।

देहरादून में बड़ी संख्या में मरीज उत्तर प्रदेश से भी भर्ती हो रहे हैं।

उत्तराखण्ड में जल्द ही 1500 ऑक्सिजन बेड तैयार हो जाएंगे।


दुःखद : अधिशाषी अभियंता विद्युत वितरण खण्ड ऋषिकेश भी बने कोरोना का ग्रास या फिर अव्यवस्था के शिकार

अति दुःखद : ऊर्जा विभाग से देर शाम को एक दुखद ख़बर सामने आइ है। जहाँ ऋषिकेश विद्युत वितरण खण्ड में तैनात अधिशासी अभियंंता का कोरोना के चलते देहांत हो गया है। सूत्रों की माने तो 54 वर्षीय दिवंगत अधिकारी को कल ही रुड़की से देहरादून के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन राजधानी के किसी भी अस्पताल में icu bed उपलब्ध ना होने की वजह से दिवंगत अधिकारी के परिजनों को  काफ़ी परेशानी भी झेलनी पड़ी। वहीं आज अधिकारी के निधन की सूचना मिलने के साथ ही ऊर्जा परिवार में भी शोक की लहर है।


कल से बैंक 10 से 2 बजे तक ही खुलेंगे

 

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