नैनीताल। नैनीताल में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ ही मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। कोरोना की दूसरी भयावह लहर को मद्देनजर रखते हुए सरकार द्वारा समय – समय पर इस पर नियंत्रण पाने के लिए गाइडलाइन जारी की जा रहीं हैं जिसका सीधा असर पर्यटन करोबार के साथ ही अन्य क्षेत्रों के व्यवसाय पर भी पड़ रहा है। जिसमें सबसे ज्यादा मजदूर वर्ग प्रभावित हो रहा है जिस कारण उनके परिवार का भरण पोषण का जरिया ठप हो चुका है। दोपहर से कर्फ़्यू लगने कारण मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है।
इधर कोविड के बढ़ते मामलों व लॉक डाउन के संदेह होने के कारण अब प्रवासी मजदूर अपने शहर गांव की तरफ वापस लौटने लगें हैं। वापस लौटे मजदूरों का कहना है कि यदि लॉक डाउन लग गया तो वह बीते वर्ष की तरह फस जाएंगे। कहा कि वापस अपने गांव लौटकर खेती कर अपना किसी तरह गुजारा कर लेंगे।
रविवार को कर्फ्यू के बावजूद भी मूल रूप से बिहार निवासी चार मजदूर मो. समीन, नरुद्दीन, मो. सबीर आलम व मजम अपने गांव शहरों की ओर चल पड़े। उन्होंने बताया कि बीते एक हफ्ते से कामकाज काफी धीमा हो गया है। संक्रमण तेजी से फैल रहा है जिससे लॉक डाउन का डर लगा हुआ है। पूर्ण लॉकडाउन लगने से पहले वह अपने घर जाना चाहते हैं।