नैनीताल। कोरोना संक्रमण महामारी के जागरूकता एवम बचाव के उद्देश्य से “नेशनल वेबिनार ऑन पॉजिटिव मेंटल हेल्थ इन कोविड टाइम “विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन शोध एवं प्रसार निदेशालय , कुमाऊँ विश्विद्यालय नैनीताल,राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ,कुमाऊँ विश्विद्यालय, नैनीताल. ,इग्नू डी एस बी परिसर नैनीताल , एस एम डी सी नैनीताल एवम डॉ वाई पी एस पांगती फाउंडेशन द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो.सुरेखा डंगवाल ,कुलपति , दून विश्विद्यालय , देहरादून द्वारा विधिवत कार्यक्रम का उदघाटन किया गया। डॉ आशीष तिवारी संयुक्त निदेशक ,शोध एवं प्रसार निदेशालय , कुमाऊँ विश्विद्यालय नैनीताल द्वारा मुख्य अतिथि , अतिथियों तथा प्रतिभागियों का स्वागत एवम अभनंदन किया गया। वेबिनार की मुख्य अथिति एवम प्रो.सुरेखा डंगवाल द्वारा अपने व्याखायन में विद्यार्थियों पर कोविड 19के प्रभाव तथा इससे सकारात्मक सोच के साथ कैसे आगे बड़ा जा सकता है पर विस्तार से चर्चा की। प्रो.डंगवाल ने कहा कि समाज में सकरात्मकता ही चलती है नकारात्मकता का विश्व में कोई स्थान नहीं है हमारे वेदों ने सकारात्मकता की ही सीख दी है इससे मानवीय एवम वैज्ञानिक दृष्टि से अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखें। कार्यक्रम की विशेष वक्ता प्रो.मधुलता नयाल विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान विभाग , एसएसजे विश्वविद्यालय अल्मोड़ा द्वारा स्ट्रेस एवम मेंटल हेल्थ विषय पर व्याख्यान दिया गया ,उनके द्वारा बताया गया की किस तरह से हम सकारात्मक सोच के साथ अपने मेंटल स्टेटस को स्ट्रेस से बचा सकते है,इसके लिए उन्होंने विभिन्न थेरेपी को भी समझाया। प्रो नयाल द्वारा हसीं थेरेपी ,वॉक थेरेपी तथा सकारात्मक थेरेपी का मानव जीवन पर प्रभाव को समझाया। वेबिनार की विषय विशेषज्ञ वक्ता डॉ रश्मि पंत ,सह प्राध्यापक , एवम क्षेत्रीय निदेशक उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ,हल्द्वानी (एम बी पी जी महाविद्यालय हल्द्वानी) द्वारा साइकोलॉजिकल इम्यूनिटी विषय पर विस्तार से चर्चा की उन्होंने बताया कि ये इम्यूनिटी हमारे जीवन में स्ट्रेस और डिप्रेशन को कैसे दूर रखती है। उन्होंने स्ट्रेस के विभिन्न कारण एवम उनके प्रभाव को विस्तार से समझाया। डॉ.पंत द्वारा कोविड 19 में साइकोलॉजिकल इम्यूनिटी के महत्व को विभिन्न उदाहरणों द्वारा समझाया गया। वेबिनार के अगले वक्ता डॉ.विजय कुमार,समन्वयक रासेयो प्रकोष्ठ, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल द्वारा वैश्विक महामारी में जनमानस की सेवा की वकालत की उन्होंने इसके लिए एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा किए जा रहे कार्यों तथा अन्य व्यक्तियों द्वारा भी ऐसे कार्यों को किस तरह किया जा सकता है पर विस्तार से समझाया। इस वेबिनार में धन्यवाद ज्ञापित करने का कार्य डॉ.महेश आर्या सहायक निदेशक ,शोध एवं प्रसार निदेशालय , कुमाऊँ विश्विद्यालय नैनीताल द्वारा किया गया उन्होंने मुख्य अतिथि , अतिथियों प्रतिभागियों , मीडिया ,कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग के लिए प्राध्यापकों एवम शोधार्थियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में सहयोग डॉ गीता तिवारी, डॉ नवीन पांडे , दीक्षा बोरा,नेहा चोपड़ा, वसुंधरा लोधियाल, डॉ नंदनके सिंह मेहरा,गीतांजलि उपाध्याय इत्यादि द्वारा किया गया।
वेबिनार में प्रो अनिल जोशी , डॉ हरीश चंद्र नयाल रजिस्ट्रार मुक्त विश्वविद्यालय उत्तराखंड , डॉ संतोष उपाध्याय, डॉ पैनी जोशी, डॉ भावना कर्नाटक , डॉ आशा रानी, डॉ नंदन सिंह बिष्ट, डॉ शशिबाला उनियाल, डॉ प्रभा पंत.सहित 100 शोधार्थियों ,बुद्धिजीवी, समाजसेवियों द्वारा वेबीनार में प्रतिभाग किया गया है। वेबीनार का संचालन संयोजक एवं निर्देशक शोध एवं प्रसार निदेशालय कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के प्रोफेसर ललित तिवारी द्वारा किया गया।