नैनीताल। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बलियानाला क्षेत्र के भूगर्भीय जल के सदुपयोग वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक महत्वपूर्ण बैठक ली।
बैठक में जायका के सीई जय कुमार शर्मा ने बताया कि ज़ायका द्वारा बलियानाला क्षेत्र में ड्रिलिंग कर परीक्षण करते हुए सभी बोर में (सुराख) में पीजो मीटर लगाये गये थे, जोकि लगातार भूगर्भीय पानी मापन का कार्य कर रहे हैं। पीजो मीटर द्वारा काफी मात्रा में भूजल मापन किया गया है। जोकि बलियानाला भू-स्खलन क्षेत्र के दो स्थानों से प्रतिदिन लगभग 6 एमएलडी पानी निकल रहा है।
उन्होंने बताया कि जीआईसी व जीजीआईसी परिसर में टेस्ट बोर कर परीक्षण करने के लिए सबसे उपयुक्त स्थान हैं। जिस पर जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान संतोष उपाध्याय तथा अधिशासी अभियंता सिंचाई हरीश चन्द्र सिंह को एक सप्ताह क अन्दर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये ताकि कार्य को जल्दी शुरू किया जा सके। उन्होंने कहा कि पानी की कम उपलब्धता होने पर पानी का उपयोग तल्लीताल के निचले क्षेत्रों में पेयजल उपलब्ध कराने में किया जायेगा और पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने की दशा में पानी की लिफ्टिंग कर शेरवुड या राजभवन के पास टेंक बनाकर आवश्यकता वाले अन्य क्षेत्रों में उपलब्ध कराया जायेगा। जिससे पेयजल हेतु झील के पानी पर निर्भरता कम होगी तथा झील में भी पर्याप्त मात्रा में पानी की उपलब्धता बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि इस कार्य हेतु धन की कोई कमी नहीं होगी।
वीसी में आईआईटी रूड़की से डाॅ.सन्दीप सिंह, सीई जायका जय कुमार शर्मा, अधिशासी अभियंता जल संस्थान संतोष उपाध्याय, अधिशासी अभियंता सिंचाई हरीश चन्द्र सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम जीएस तोमर, अधिशासी अभियंता ई एण्ड एम सुधीर कुमार आदि मौजूद थे।