नई दिल्ली, संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है। सत्र के पहले दिन लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में नवनियुक्त मंत्रियों का परिचय कराया। इस दौरान विपक्ष ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के बीच प्रधानमंत्री ने नवनियुक्त मंत्रियों का परिचय कराते हुए कहा कि खुशी की बात है कि कई पिछड़े और दलित भाई एवं महिलाएं मंत्री बने हैं, लेकिन कुछ लोगों को ये रास नहीं आ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैंने सोचा था कि आज संसद में उत्साह का माहौल होगा क्योंकि इतनी महिलाएं, दलित और आदिवासी मंत्री बनाए गए हैं। इस बार किसान परिवार से सांसदों, ग्रामीण पृष्ठभूमि के हमारे सहयोगियों और ओबीसी समुदाय के लोगों को इस बार कैबिनेट में मौका मिला है।’ उन्होंने कहा कि नए मंत्रियों का परिचय करने का आनंद होता, लेकिन शायद देश के दलित, महिला, ओबीसी, किसान परिवार के लोग मंत्री बनें ये बात कुछ लोगों को रास नहीं आ रही। तभी उनका परिचय तक नहीं होने देते। सदन में विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच प्रधानमंत्री ने ये बातें कहीं।
प्रधानमंत्री ने सदन में कहा, ‘देश के किसान परिवार के बच्चे मंत्री बने हैं आज जब उनका सदन में परिचय हो रहा है तो कुछ लोगों को बड़ी पीड़ा हो रही है। आज इस सदन में मंत्री बनी महिलाओं का परिचय हो रहा है तो वो कौन सी महिला विरोधी मानसिकता है जिसके कारण सदन में उनका नाम सुनने को भी तैयार नहीं हैं।’ उन्होंने कहा, ‘ये कौन सी मानसिकता है जो दलितों, आदिवासियों, किसान के बेटे का गौरव करने को तैयार नहीं है? इस प्रकार की मानसिकता पहली बार सदन ने देखी है।’