नैनीताल। ज़िलें भर में बीते तीन दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के चलते नैनीताल के निकटवर्ती क्षेत्र बल्दियाखान कूंण गांव में मंगलवार को तड़के सुबह अचानक आबादी के समीप भीषण भूस्खलन हो गया। भूस्खलन का मलवा आसपास रह रहें कुछ घरों के नजदीक आ पहुँचा, गनीमत रही कि भीषण भूस्खलन के बीच जानमाल की कोई भारी क्षति नहीं हुई।
जानकारी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति नही हो रही थी जिसको लेकर सरकार द्वारा बीते कुछ महीनों से हर घर जल हर घर नल योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के कनेक्शन लगाए जाने को लेकर कार्य प्रगति पर था। पाइप लाइन व पानी की टंकी बनाने को लेकर खुदाई कार्य चल रहा था मगर बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश के चलते कार्य बंद था। तभी अचानक हो रही मूसलाधार बारिश के चलते कार्य क्षेत्र में भीषण भूस्खलन हो गया और पाइप लाइन, बोल्डर, पेड़ समेत मलवा आबादी के समीप आ पहुचा। घटना के तुरंत बाद ग्रामीण क्षेत्र के लोग घटनास्थल पर इकठ्ठा हो गए और भूस्खलन होने की सूचना जिला प्रसाशन को दी। जिला प्रसाशन व वन विभाग के पहुँचने तक ग्रामीणों द्वारा तत्काल गम्भीर खतरे को देखते हुए भूस्खलन के नजदीक एक आवास में रह रहें लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया व मकान को खाली करवाया गया वहीं आवास पर बने खतरे को कम करने के लिए हर घर जल हर घर नल योजना के तहत कार्य करवा रहें ठेकेदार के दो मजदूरों को घटनास्थल पर मलवा हटाने के लिए लगाया गया है।
वहीं टीम के कर्मचारी दया किशन तिवारी व एई एचसी भट्ट , जेई विवेक भट्ट, पटवारी अमित शाह अन्य कर्मचारियों के साथ घटनास्थल पर पहुँचे और घटनास्थल का भली भांति जायजा लिया।
इस दौरान एई एचसी भट्ट ने मौके का मुआयना कर मकान को खाली कर पड़ोसी के सुरक्षित आवास पर रहने के लिए कहा।
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इनसेट-
हाईकोर्ट सड़क पर दरारें पड़ गई है। जिसके खतरे को देखते हुए मौके पर पहुँचे पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों ने दरार पड़ी सड़क पर पत्थर लगा दिए वहीं मस्जिद तिराहे से चीना बाबा चौराहे पर भूस्खलन होने से पत्थर आवासों की तरफ जाने वाले रास्ते पर जा गिरे। लोनिवि कर्मचारियों ने गिरे पत्थरों को उठाकर डायवर्जन बना दिया है।