अमृतसर, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रधान बनाए जाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू आज श्री दरबार साहिब में नतमस्तक होंगे। होली सिटी स्थित उनकी कोठी पर विधायकों का आना-जाना शुरू हो गया है। अभी तक कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधायक अमरिंदर सिंह, विधायक राजा वाडिंग, विधायक सुखविंदर डैनी समेत करीब 15 बड़े नाम नेता सिद्धू के आवास पर पहुंच चुके हैं।
नवजोत सिंह के आवास पर पहुंचे कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया। यह सभी को स्वीकार्य होना चाहिए। कैप्टन अमरिंदर सिंह अब सिद्धू केा माफी मांगने को कहा रहे हैं। यदि वह माफी मंगवाना चाहते थे तो सिद्धू के प्रधान बनने से पहले अपनी बात सोनिया गांधी व राहुल गांधी के समक्ष रखते। जब प्रताप सिंह बाजवा प्रधान बने थे, तब हम कैप्टन के साथ थे, लेकिन हाईकमान के फैसले के बाद प्रताप सिंह बाजवा के विरोधी होने के बावजूद हमने अपने हलके में उनकी रैली करवाई थी। इसलिए हाईकमान का फैसला सर्वमान्य है।
सिद्धू की कोठी में पहुंचे ये नेता
कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा, कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधायक हरमिंदर गिल, विधायक सुनील दत्ती, विधायक सुरजीत सिंह धीमान, विधायक हरजोत कमाल, विधायक दविंदर घुबाया, विधायक प्रीतम कोटभाई, विधायक परमिंदर पिंकी, विधायक बरिंदरजीत पहरा, विधायक सुखविंदर डैनी, विधायक अंगद सैनी, पूर्व सांसद शेर सिंह घुबाया, विधायक संगत गिलजियां, विधायक परगट सिंह।
नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) की कमान मिलने के बाद मंगलवार को गुरुनगरी पहुंचे। सिद्धू अपने पुराने अंदाज में दिखे। गोल्डन गेट पर लगे भव्य स्वागत के लिए कांग्रेस वर्करों ने ‘आ गया सिद्धू, छा गया सिद्धू, बोले सो निहाल-सतश्री अकाल, कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगाए और कांग्रेस पार्टी के झंडे फहराकर उनका स्वागत किया। 40 मिनट के स्वागत समारोह में सिद्धू व उनके समर्थकों ने पूरी ताकत दिखाई। उनके स्वागत में आतिशबाजी भी हुई। किसी ने बुके तो किसी ने सिरोपा और फूलों मालाओं से उनका सम्मान किया।
कई बड़े नेता स्वागत करने नहीं पहुंचे
नवजोत सिद्धू के समक्ष चुनौतियां कम नहीं है। कई बड़े नेता उनके स्वागत में नहीं आए। कैबिनेट मंत्री ओपी सोनी, सांसद गुरजीत औजला, मेयर करमजीत सिंह रिंटू और नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन दिनेश बस्सी ने दूरी बनाए रखी। अभी सिद्धू के पक्ष में जिसे से कांग्रेस के दस विधायकों में से दो ओपी सोनी और राजासांसी से विधायक हरप्रताप सिंह अजनाला चुप्पी साधे हुए हैं। जिला कांग्रेस कमेटी देहाती ने तो रविवार को ही समर्थन दे दिया था, जबकि जिला कांग्रेस कमेटी की कार्यकारी प्रधान ज¨तदर सोनिया जिनका नाम सिद्धू विरोधियों में शुमार रहा है, उन्होंने गोल्डन गेट पर पहुंचकर स्वागत किया। महिला कांग्रेस की प्रदेश प्रधान ममता दत्ता भी पहुंची, पर शहर में विभिन्न बोडरें के 12 के के करीब चेयरमैन व उपचेयरमैन नहीं आए। इतना ही नहीं शहर में कांग्रेस के 62 पार्षद हैं, जिनमें से भी सिर्फ सिद्धू के विधानसभा हलके के ही पार्षद समारोह में दिखाई दिए।