नई दिल्ली, केंद्र की मोदी सरकार ने कोरोना के खिलाफ टीकाकरण पर अब तक कुल 9725 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं। इसकी जानकारी शुक्रवार को लोकसभा में स्वास्थ्य़ राज्यमंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार ने दी। उन्होंने बताया कि देश में चल रहे कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम पर अब तक कुल 9725.15 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जिसमें टीकों की खरीद और टीकाकरण के लिए परिचालन लागत शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि देश में टीकाकरण तेजी से चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि अगस्त 2021 से दिसंबर 2021 के बीच कोरोना वैक्सीन की कुल 135 करोड़ डोज उपलब्ध होने की उम्मीद है।
स्वास्थ्य़ राज्यमंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार ने लोकसभा में बताया कि घरेलू वैक्सीन विनिर्माताओं के साथ खरीद करार करने में कोई देरी नहीं हुई है। निर्माताओं को उनके साथ दिए गए आपूर्ति आदेशों के लिए अग्रिम भुगतान भी किया गया है।
फाइजर वैक्सीन के लिए बातचीत चल रही- स्वास्थ्य मंत्री
इससे पहले लोकसभा में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी कोरोना वैक्सीन को लेकर टिप्पणी की। लोकसभा में बोलते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत सरकार का एक विशेषज्ञ समूह अभी भी फाइजर के साथ कोरोना वैक्सीन आपूर्ति पर बातचीत कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कई बार टीकाकरण कार्यक्रम का राजनीतिकरण न करने की बात कह चुके हैं। हमारा उद्देश्य देश के प्रत्येक 18 साल से ऊपर के नागरिक का टीकाकरण करना है। यह राजनीति करने का समय नहीं है।
देश में 42 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज लगी
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोना वैक्सीन की अब तक कुल 42,34,17,030 डोज लगाई जा चुकी हैं, जिनमें से बीते 24 घंटे में 54,76,423 लोगों को वैक्सीन डोज दिए गए हैं।
भारत में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 35,342 मामले दर्ज किए गए, जबकि इस दौरान 483 लोगों की मौत हो गई। देश में सक्रिय मामलों की संख्या इस वक्त 4,05,513 है और अब तक कुल 4,19,470 मौतें हो चुकी हैं।