नैनीताल- सरकारी अस्पताल में कार्य कर रही दाइयों ने अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर गुरुवार को तल्लीताल गांधी चौक पर प्रदेश महामंत्री केके बोरा के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन कर सीएमओ कार्यालय तक सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रैली निकाली।

इस दौरान दाई यूनियन की अध्यक्ष माया देवी ने कहा कि 2007 में शासन द्वारा दाइयों के लिए संशोधित वृत्ति मात्र 400 रुपये प्रतिमाह मानदेय किया गया था जिसके बाद से दाइयां ग्रामीण क्षेत्रो में सुरक्षित प्रसव करवा रही है लेकिन 14 साल बित जाने के बाद भी सरकार ने दाइयों का मानदेय नही बढ़ाया। इस दौरान उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल ने भी दाई यूनियन को समर्थन दिया। इस दौरान कमला कुंजवाल ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में कार्य कर रही दाई उपकेंद्र औऱ अस्पताल को स्वस्छ रखने से लेकर परिवार कल्याण, टीकाकरण,प्रसव में मदद, गांव में शिक्षा हेल्थ कार्यक्रम समेत अन्य कार्यो में अपना सहयोग दे रहे है।जिसके बावजूद भी सरकार द्वारा दाइयों के लिए घोषित किया वेतन भी नही दिया जा रहा और न ही उनके लिए अब तक कोई सुविधा मुहैया करवाई गई है।
जिससे हताश दाई यूनियन ने सीएमओ भागीरथी जोशी को ज्ञापन सौंपते हुए अवगत कराया कि दाइयों को न्यूनतम वेतन और नियमितीकरण का लाभ दिया जाए,जब तक वेतन और नियमितीकरण नही होता तब तक दाइयों को सम्मानजनक मानदेय दिया जाए। 8 मार्च 2019 तत्कालीन मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार सभी दाइयों को 1 हज़ार रुपये प्रतिमाह की दर से एरियर का भुगतान किया जाए। वही रिटायर्ड होने वाली व रिटायर्ड हो चुकी दाइयों को पांच हज़ार रुपये वेतन दिया जाए।इस के साथ ही अस्पतालों में मुफ्त इलाज दिया जाए।
इस दौरान डॉ. कैलाश पांडेय, माया देवी, ज्योति शर्मा, जानकी देवी, पदमा देवी, गोपुली देवी बसंती देवी हेमा पांडे मुन्नी देवी चंपा देवी सावित्री शांति कुलोर सहित अन्य लोग मौजूद थे