नैनीताल। सरोवर नगरी में नंदा महोत्सव के तीसरे दिन गुरुवार को दशमी के अवसर पर सुबह 6 बजे देवी पूजन हुआ जिसके बाद दोपहर में भगवती प्रसाद जोशी के नेतृत्व में सुंदरकांड का पाठ किया गया।
गुरुवार को दशमी पर करीब पांच सौ लोग मां के दर्शन के लिए पहुचे। इस मौके पर मंदिर परिसर की व्यवस्था में महासचिव जगदीश बवाड़ी, मुकेश जोशी मोंटू, विमल शाह,विमल चौधरी, भीम सिंह कार्की, किशन नेगी, गिरीश जोशी, ललित तिवारी मौजूद रहें।
सांय 6 बजे पंचआरती का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ो श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।

बता दें कि नंदा देवी महोत्सव की यह पंचआरती लोगों के लिए बेहद खास है। दिन भर माँ के जयकारों के बाद शाम होते ही मन्दिर में घण्टियों की गूंज के साथ मंत्रों का मनोहर दृश्य लोगों को अपनी ओर खींच लाता है।
डॉ. पल्लवी किशोर ने बताया कि पंच आरती में शामिल होकर आध्यात्म के साथ ही शांति मिलती है। और मां को करीब पाकर पुण्य भी मिलता है। वैसे भी उत्तराखंड देव भूमि है यहां माहौल से ये बात साबित भी होती है।
भगवती प्रसाद जोशी मुख्य पुजारी का कहना है कि इस आरती का अपना अलग महत्व है और शाम को माँ नंदा सुनन्दा की दिन भर लगी नजर को भी दूर किया जाता है,इसमे विषम वस्तुओं से पूजा करते हैं और मां सभी का कल्याण करे इसकी कामना करते है।