नैनीताल। बीते कुछ दिनों पूर्व डीएसबी परिसर के केपी छात्रावास की तलहटी से लगातार भूस्खलन होने से केपी छात्रावास खतरे की जद में आ गया था। जिसके चलते छात्रावास के भवन को बचाने के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा अस्थाई ट्रीटमेंट शुरू कर दिया गया था। जिसमें विभाग द्वारा कट्टो की दीवार बनाई जा रहीं थी। लेकिन बीते देर रात से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते कट्टो की दीवार भरभराकर ढह गई।
बता दें कि बीते 27 अगस्त को नैनीताल की ठंडी सड़क पर पाषाण देवी मंदिर के समीप केपी छात्रावास की तलहटी से भूस्खलन होने के कारण विशालकाय बोल्डर व पेड़ समेत भारी मात्रा में मलवा नैनीझील में समा गया था। जिसके बाद जिलाधिकारी धिराज सिंह गर्ब्याल ने मौके का निरीक्षण कर लोक निर्माण विभाग को ट्रीटमेंट के लिए भूगर्भीय जांच कर जल्द से जल्द राहत व बचाव कार्य शुरू करने के लिए निर्देशित किया था। जिसके बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा भूस्खलन क्षेत्र का निरीक्षण कर पहाड़ी पर जियो वायर गेट व जियो बैग की दीवार लगाकर छात्रावास को बचाने की कवायद शुरू कर दी गई थी। लेकिन बीती देर रात से हो रही भारी मूसलाधार बारिश के चलते अस्थाई जियो बैग की दीवार भरभराकर गिर गई और लोक निर्माण विभाग का अस्थाई ट्रीटमेंट काम नही आया।

केपी छात्रावास की मेटर्न रेनुका खोलिया ने बताया कि एक बार फिर भूस्खलन होने से छात्रावास के फर्श में दरार आ गई हैं। लगातार मलवा गिरने से छात्रावास पर और अधिक खतरा मंडराने लगा है।
लोनिवि के सहायक अभियंता जीएस जनोटी ने बताया कि मूसलाधार बारिश के चलते भारी पानी के तेज बहाव के कारण मिट्टी के साथ जियो बैग भी ढह गए। टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया है कहा कि कार्य को दोबारा शुरू किया जाएगा।