नैनीताल। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय नैनीताल में रैबीज दिवस के अवसर पर जागरूकता अभियान आयोजित किया गया औऱ लोगों को रैबीज से सम्बंधित जानकारियां दी गई।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भागीरथी जोशी ने बताया कि रैबीज व इसकी रोकथाम के लिए जागरूक होना आवश्यक है और लोगों को भी इसके प्रति अधिक से अधिक जागरूक करने आवश्यकता है। बताया की इस वर्ष की थीम रैबीज के बारे में तथ्यों को साझा करने पर केंद्रित है। नोडल अधिकारी डॉ. अजय शर्मा ने बताया कि रैबीज का वायरस संक्रमित जानवरों की लार ग्रंथियों में होता है और जब ये जानवर किसी भी व्यक्ति को काटता है तो वायरस घाव के जरिए शरीर मे प्रवेश कर जाता है जिसके बाद मस्तिष्क तक पहुँच जाता है। उन्होंने बताया कि जानवर के काटने पर घाव को साबुन से 10 मिनट तक अच्छे से धोएं घाव पर एंटीसेप्टिक दवा लगाएं। साथ ही नजदीकी चिकित्सालय पर परामर्श लेने के साथ ही एंटी रैबीज टीका अवश्य लगवाएं। बताया कि सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज टीका मुफ्त में लगाया जाता है।
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ आरपीएस नेगी, डॉ. तरुण कुमार, डॉ. जगदीश जोशी, मदन महेरा, बच्चन कालाकोटी, पंकज तिवारी, हरेन्द्र कठायत, दीवान बिष्ट, सपना, दीपेश, चेतन व पवन मौजूद थे।