नैनीताल। नैनीताल में सहायक वन कर्मचारी संघ दक्षिणी कुमाऊँ वृत्त के सदस्यों ने नगर पालिका सभागार में वार्षिक अधिवेशन का आयोजन किया गया। जिसमें सगठन मजबूती व भविष्य में होने वाली कार्य योजनाओं पर चर्चा की गई। रविवार को वन दरोगा संगठन का नगर पालिका सभागार में सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें संगठन की मजबूती व चुनाव को लेकर चर्चा की गई।
इस दौरान सहायक वन कर्मचारी संघ के सदस्यों ने अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर वन संरक्षक के माध्यम से प्रमुख वन सरंक्षक को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन सौपते हुए उन्होंने अवगत कराया है कि कर्मचारियों को सेवाकाल में मिलने वाला एसीपी का लाभ 10 वर्ष, 16 वर्ष व 26 वर्ष की सेवा के बाद दिया जाए। 2005 के बाद नियुक्त कर्मचारियों की नई पेंशन व्यवस्था को समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था को ही लागू किया जाए। कहा कि सरकार द्वारा जारी गोल्डन कार्ड में कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की सुविधा प्राप्त न होने से उनके वेतन में होने वाली कटौती को तुरंत बंद किया जाए साथ ही गोल्डन कार्ड को निरस्त किया जाए। वहीं फायर सीजन में रखे जा रहें वाचरो का भुगतान समय से किया जाए। कहा कि वन दरोगाओं द्वारा लगातार प्रत्येक दिन 24 घण्टे कार्य किया जाता है जिस पर उन्हें एक माह का अतिरिक्त वेतन दिया जाए। उत्तराखंड के अंतर्गत सभी पार्क अभ्यारण व वन विश्राम गृह में कर्मचारियों व उनके आश्रितों को निःशुल्क प्रवेश दिया जाए। इस दौरान वन कर्मचारी संघ अध्यक्ष जीवन चंद्र कांडपाल ने सरकार के द्वारा कर्मचारियों की उचित मांगों की तरह ध्यान नहीं दिया तो कर्मचारियों को मजबूरन प्रदर्शन करने का रास्ता अपनाना होगा।
इस दौरान सुरेंद्र कोठारी, ललित मोहन पांडे, मोहन सिंह नयाल, राजेन्द्र सिंह मनराल, केएस सामन्त व उमेश सनवाल मौजूद रहें।