नैनीताल: नैनीताल की बुनियाद कहे जाने वाले बलियानाला क्षेत्र में एक बार फिर से भूस्खलन होने लगा है। जिससे स्थानीय लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं भूस्खलन के चलते बीती रात दो घर इसकी चपेट में आकर खाई में समा गए। देर रात तक क्षेत्र की पहाड़ियों में लगातार भूस्खलन जारी रहा जिससे स्थानीय लोग डर के साए में जीने को मजबूर हो गए। क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन की समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा 65 परिवारों को जीजीआईसी स्कूल समेत अन्य जगहों पर विस्थापित किया गया है ताकि कोई परिवार भूस्खलन की जद में ना आ सके। बीते दिनों नैनीताल में हुई तेज मूसलाधार बारिश से बलिया नाला क्षेत्र की पहाड़िया कमजोर होने लगी है जिसमें लगातार भूस्खलन हो रहा है।
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आपको बताते चलें कि बलिया नाला क्षेत्र में 70 के दशक से लगातार तेजी से भूस्खलन हो रहा है। जो स्थानीय प्रशासन समेत राज्य सरकार के लिए चिंता का कारण बने हुए हैं। लंबे समय से क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन की समस्या से निजात दिलाने के लिए साल 2019 में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया व जापान की जायका टीम के साथ क्षेत्र का निरीक्षण किया और टीम के द्वारा क्षेत्र को अतिसंवेदनशील घोषित कर जल्द से जल्द क्षेत्र खाली कराने के निर्देश दिए थे। साथ ही जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के द्वारा बलिया नाला क्षेत्र को जोन 1 जोन 2 व जोन 3 में बाट दिया था। और अब जोन 1 पूरी तरह से भूस्खलन की जद में आ चुका है जिसमें बने दो घर बीती रात गिर गए। वही बीते दिनो नगर पालिका द्वारा क्षेत्र में रह रहे करीब 65 परिवारों को नोटिस जारी कर क्षेत्र खाली कर सुरक्षित क्षेत्र में जाने के आदेश दिए थे।
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क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन की समस्या के बाद करीब 65 परिवार जीआईसी स्कूल में विस्थापित तो कर दिया जाए लेकिन विस्थापित लोगों के लिए प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार की उचित व्यवस्था नहीं की गई है विस्थापित परिवारों का आरोप है कि उन्हें एक कमरे में चार से पांच परिवार के करीब 25 से 30 सदस्यों को रुकने की जगह दी गई है जिसके चलते उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है जिसके चलते लोगों को रोजाना परेशानियां हो रही है लिहाजा प्रशासन के द्वारा स्कूल में विस्थापित लोगों के लिए शौचालय समेत अन्य व्यवस्था की जाए।
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स्थानीय निवासी नूरी परवीन का कहना है कि वह डीएसडी कॉलेज में बीएससी की स्टूडेंट है और इन दिनों उनकी परीक्षाएं चल रही है ऐसे में उनकी पढ़ाई पर असर पड़ रहा है लिहाजा प्रशासन के द्वारा क्षेत्रवासियों के रहने के लिए कोई उचित व्यवस्था की जाए।
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स्थानीय निवासी रईस अहमद का कहना है प्रशासन के द्वारा एक कमरे में कई लोगों को इकट्ठे रहने के लिए स्थान दिया गया है जिस वजह से उन्हें रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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आपको बताते चलें कि बलिया नाला क्षेत्र में 1972 से लगातार भूस्खलन हो रहा है इसके बावजूद भी सरकार इस क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को रोकने में असफल रही है जिससे अब नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है क्योंकि बलिया नाला क्षेत्र नैनीताल की बुनियाद माना जाता है अगर इसी तरह से क्षेत्र में भूस्खलन होता रहा तो जल्द ही नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगेगा।
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बलिया नाला क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन की समस्या को देखते हुए क्षेत्र के करीब 65 परिवारों को अस्थाई तौर पर जीजीआईसी स्कूल व जीआईसी स्कूल में शिफ्ट किया गया है जल्द ही प्रभावितों को धर्मशाला यह उपयुक्त स्थान पर अस्थाई रूप से रहने की व्यवस्था की जाएगी साथी धर्मशाला कमेटी के साथ बात भी की जाएगी:- प्रतीक जैन संयुक्त मजिस्ट्रेट