नैनीताल। राज्य आंदोलकारी क्रांतिकारी मोर्चा संगठन के जिलाध्यक्ष गणेश बिष्ट ने शनिवार को प्रेस वार्ता कर बताया की राज्य निर्माण 21 वर्ष पूरे होने के बावजूद भी राज्य में विकास और मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नही है और अब राज्य आंदोलनकारी राज्य के विकास के लिए नव निर्माण की रूपरेखा बनाएंगे। जिसके लिए उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मंथन शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण पर चर्चा की जाएगी।
वहीं राज्य आंदोलन कारी मोहन पाठक ने बताया कि जिस उत्तराखंड राज्य की कल्पना करते हुए राज्य आंदोलनकारियों ने लड़ाई लड़ी थी वह राज्य आज तक बन नही पाया है। कहा की राज्य अब भी विकास के नाम पर शून्य है। प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर शिक्षा तक कि स्थिति बेहद दयनीय है।साथ ही कुमाँऊ के पहाड़ी क्षेत्रों की स्थिति भी बेहाल है जहां पर लोग मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध न होने और बेरोजगारी के चलते युवा पलायन करने को मजबूर है। कहा की पंडित नारायण दत्त तिवारी एकमात्र मुख्यमंत्री थे जिनके कार्यकाल में राज्य का विकास हुआ उनके कार्यकाल छोड़ने के बाद राज्य में 10 प्रतिशत भी विकास नहीं हुआ है।
जिस पर राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मंथन शिविर का आयोजन किया जाएगा।
इस दौरान मुनीर आलम, महेश जोशी, लीला बोरा,तारा सिंह बिष्ट, दिवान सिंह कनवाल, पान सिंह रौतेला शाकिर अली, हरगोविंद सिंह, रईस समेत अन्य लोग मौजूद रहें।