नैनीताल। प्राचीन ज्ञान एवं समकालीन ब्रह्मांड: स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विशेष संदर्भ में विषय पर राजनीति विज्ञान विभाग, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल द्वारा आयोजित और भारतीय अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन विवेकानंद भवन हरमिटेज में किया गया। कार्यक्रम के द्वितीय दिवस विशिष्ट अतिथि साध्वी प्रसन्न प्राण सचिव रामकृष्ण मिशन शारदा मठ पंगूट, मुख्य अतिथि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो ओ पी एस नेगी, संयोजक प्रो नीता बोरा शर्मा, आयोजक सचिव हरीश सिंह राणा द्वारा द्वीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया गया। प्रो ओ पी एस नेगी ने कहा कि भौतिकी विज्ञान के मूल में भी भारतीय प्राचीन ज्ञान का विशेष योगदान है। हमें हमारे प्राचीन ज्ञान एवं ऋषि-मुनियों का अनुसरण करना चाहिए।
साध्वी प्रसन्न प्राण ने उपनिषदों के महत्व पर प्रकाश डाला एवं साथ ही साथ स्वामी विवेकानंद के जीवन वृतांत पर विस्तार से चर्चा की।
संचालन डॉ रितेश शाह सहायक निदेशक एचआरडीसी ने किया। कार्यक्रम में, डा लज्जा भट्ट, बिशन सिंह मेहता, तारा बोरा, डॉ हृदेश शर्मा, डॉ भूमिका प्रसाद, डॉ रुचि मित्तल, डा मंजू चंद्रा अविनाश जाटव, डा दीपा मेहरा रावत, मुकेश रावत, गोपाल सिजवाली, तरुण राज, हिमांशु कुमार, कंचन, डा गौरव कुमार उपस्थित रहे।