नैनीताल। दैवीय आपदा के बाद नैनीताल में तीसरा वीकेंड काफी हद तक पर्यटन कारोबारियों के लिए राहत लेकर आया है। 17 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक आई आपदा के बाद पर्यटकों की कमी के चलते दर्शनीय स्थल वीरान हो चुके थे। वहीं तीसरे वीकेंड शनिवार को नैनीताल में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ। जिससे पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिले हुए नजर आए।
बता दें कि नैनीताल के प्रमुख दर्शनीय स्थल चिडिय़ाघर में आपदा के बाद आए पहले वीकेंड यानी 23 अक्टूबर को 128 पर्यटक पहुंचे थे वहीं इनकी संख्या दूसरे वीकेंड में यानी 30 अक्टूबर को बढ़कर 200 पहुंच गई थी। जबकि तीसरे वीकेंड पर यह संख्या बढ़कर 842 पहुंच गयी। इसी तरह कुमाऊं मंडल विकास निगम की ओर से संचालित केव गार्डन में पहले वीकेेंड में 82 पर्यटक थे दूसरे वीकेंड में इनकी संख्या बढ़कर 150 पहुंच गयी थी जबकि तीसरे वीकेंड में यह संख्या 600 पहुंच गयी। इसी क्रम में नैनीताल-कालाढूंगी मोटर मार्ग में स्थित वाटर फाल में जहां पहले वीकेंड में 44 पर्यटक आए थे वहीं उनकी संख्या दूसरे वीकेंड में 216 पहुंच गयी थी जबकि तीसरे वीकेंड में यह बढ़कर 721 पहुंच गयी जबकि हिमालयन बाटनिकल गार्डन में पहले वीकेंड में मात्र 29 पर्यटक ही पहुंच पाए थे दूसरे वीकेंड में यह संख्या बढ़कर 53 पहुंच गयी जबकि तीसरे वीकेंड में यह संख्या बढ़कर 334 पहुंच गयी। इसके अलावा कुमाऊं मंडल विकास निगम की ओर से संचालित केबिल कार का शाम 5 बजे तक 800 पर्यटक आनंद चुके थे।
पर्यटकों की भारी संख्या को देखते हुए यह उम्मीद लगाई जा रही है कि सरोवर नगरी का पर्यटन करोबार फिर से पटरी पर लौट आएगा