हरियाणा की तर्ज पर वेतनमान समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदेशभर के एनएचएम कर्मियों ने सचिवालय कूच किया। हालांकि, पुलिस ने कुछ दूर पहले ही उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष सुनील भंडारी, महासचिव हर सिंह रावत ने कहा कि उन्हें एक माह का समय दिया गया था। पर, अभी तक मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे कर्मचारियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि आंदोलन के लिए उन्हें बाध्य होना पड़ रहा है। हरियाणा राज्य की तरह वेतनमान उत्तराखंड में भी एनएचएम कर्मियों को दिया जाए। एनएचएम में आउटसोर्सिंग के माध्यम से की जा रही भर्तियों को तत्काल रोका जाए। वर्तमान में कार्यरत कर्मचारियों को जिला स्वास्थ्य समिति या राज्य के माध्यम से भर्ती किया जाए।
कूच में देहरादून हरिद्वार सहित तमाम जिलों के कार्यकर्त्ता पहुंचे हैं, जिनमें डाक्टर, लैब टेक्नीशियन, नर्सिंग स्टाफ, डाटा एंट्री ऑपरेटर, विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों से जुड़े कर्मचारी शामिल है। डा आदित्य पोखरियाल, राकेश बिष्ट, शरद रौतेला, चंदन पंवार, बसन्त गोस्वामी राहुल बिष्ट, डा शिखा जोशी, डा देवयन्ती, पूजन नेगी, अनूप चौहान, विमल मौर्य, डॉ पवन चौधरी, अर्चना उनियाल, हर देव रावत आदि शामिल है।