दिल्ली सरकार की ओर से छठ व्रतियों के लिए बेहतर व्यवस्था की हुई है जगह-जगह छठ घाट बनाए गए – Polkhol

दिल्ली सरकार की ओर से छठ व्रतियों के लिए बेहतर व्यवस्था की हुई है जगह-जगह छठ घाट बनाए गए

चार दिवसीय छठ महापर्व दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में मनाया जा रहा है। पर्व के तीसरे दिन बुधवार को शाम को करोड़ों श्रद्धालु ढलते सूर्य को अर्घ्य देंगे। दिल्ली सरकार की ओर से छठ व्रतियों के लिए बेहतर व्यवस्था की हुई है, जगह-जगह छठ घाट बनाए गए हैं। वहीं, छठ पर्व को लेकर सियासत भी जारी है। आइटीओ के पास यमुना के घाट पर बैरिकेड हटाकर पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि यमुना घाट पूर्ण रूप से खुल गया है। उन्होंने कहा कि मैं यहां शाम तक रहूंगा और विधि विधान से पूजा करूंगा।

इससे पहले आइटीओ के पास छठ घाट पर सांसद प्रवेश वर्मा को जाने से दिल्ली पुलिस ने रोक दिया। इस पर पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि पूजा करने से हमें कोई नहीं रोक सकता है।  इसके बाद पुलिस बैरिकेडिंग हटाते हुए सांसद प्रवेश वर्मा घाट पर पहुंचे गए। पुलिस और लोगों के बीच हुई धक्का-मुक्की भी हुई है।

बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के मद्देनजर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण यमुना के घाटों पर छठ मनाने की अनुमति देने से इनकार कर चुका है।

यमुना में जहरीले झाग का असर हुआ कम, आज शाम ढलते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तैयार हुए घाट

इस बीच छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं के यमुना नदी में डुबकी लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने यमुना नदी में बने जहरीले झाग को हटाने के लिए नावें तैनात की हैं। दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि सरकार ने बढ़ते प्रदूषण के कारण यमुना में बन रहे झाग को हटाने के लिए 15 नावों को तैनात किया है। इतना ही नहीं, जहरीले झाग को घाट की ओर तैरने से रोकने के लिए यमुना में बैरिकेड्स भी लगाए जा रहे हैं। बता दें कि छठ पूजा के तीसरे दिन संध्या अर्घ्य से पहले श्रद्धालु जल में डुबकी लगाते हैं और फिर सूर्य की पूजा करते हैं। इसके बाद सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।

इस दौरान व्रती पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देंगे। इस दौरान श्रद्धालु सूर्य भगवान की पूजा करते हैं और बांस से बने सूप में तमाम तरह के फल लेकर उनका भोग लगाते हैं। बाद में छठ प्रसाद बनाया जाता है। प्रसाद के रूप में ठेकुआ और चावल के लड्डू बनाते हैं। गुरुवार को सूर्य को अर्घ्य देकर व्रतियों द्वारा का पारण किया जाएगा और छठ पर्व का समापन होगा।

बता दें कि आइटीओ स्थित यमुना नदी किनारे बना कृत्रिम छठ घाट, बिरला मंदिर, काली बाड़ी मार्ग स्थित पीएनटी कालोनी का छठ घाट श्रद्धालुओं के लिए पूरी तैयार है। घाट रंग-बिरंगी रोशनी, झालरों से सजे हैं। वहीं गली-मोहल्लों में भी सजे हुए घाट श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं। इसी तरह दक्षिणी दिल्ली में पूर्वांचल के रहने वाले लोगों की कालोनियों में भी छठ की रौनक दिखाई दे रही है। बाजारों और माल इत्यादि में भी पूजा के लिए सामग्री मिल रही है। कालका जी बिग बजार और अन्य मल्टीब्रांड शाप में पूजा की सामग्री बिक रही है। लोग सूप, दउरा, डगरा और फल अन्य सामान खरीदते दिखे। ऐसे में दुकानदारों के चेहरे खिले दिखे। वहीं, मिठाई की दुकानों में भी लोगों की भीड़ रही। खाजा मिठाई बाजार में 200 रुपये किलो और लड्डू 180 रुपये किलो से शुरू है।

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