देहरादून: पिछले दो साल से देवस्थानम बोर्ड को भंग करने को लेकर आंदोलन कर रहे तीर्थ पुरोहितों सहित पंडा समाज ने आज सचिवालय कूच किया और जल्द बोर्ड को भंग करने की माग की,तीर्थ पुरोहितों के इस प्रदर्शन को आम आदमी पार्टी से लेकर कांग्रेस ने भी समर्थन दिया पर खास बात ये रही कि भाजपा के राज्य सभा संसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी फोन कर पुरोहित समाज को समर्थन देकर अपनी ही भाजपा सरकार को असमंजस में डाल दिया।हालांकि मुख्यमंत्री ने साफ किया कि बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है और जल्द इस पर फैसला लिया जायेगा।
कब बना था देवस्थानम प्रबन्धम बोर्ड
आपको बता दे पिछले दो साल पहले आज के ही दिन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के कार्यकाल में देवस्थानम बोर्ड का गठन किया गया था जिसमे चारधाम सहित प्रदेश के 51 मंदिरों को रखा गया है।बोर्ड के गठन के बाद से ही तीर्थ पुरोहितों सहित पंडा समाज लगातार इस बोर्ड को भंग करने की मांग पर अड़ा है, लगातार इसको लेकर पंडा पुरोहित समाज आंदोलनरत है,कई बार सरकार के मंत्रियों को भी विरोध झेलना पड़ा है,हालांकि सरकार ने एक कमेटी बनाई है जो तीर्थ पुरोहितों के सभी पहलुओं का अध्ययन करके रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है और जल्द इस पर कुछ निर्णय लिया जा सकता है, पर इस सब के बीच कांग्रेस सहित आम आदमी पार्टी ने भी पुरोहित समाज को समर्थन दिया लेकिन सरकार की मुसीबतें तब बढ़ गयी जब खुद भाजपा के ही राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने तीर्थ पुरोहितों को फोन कर समर्थन दिया आपको बता दें कि इससे पहले स्वामी अपनी ही भाजपा सरकार के बनाये बोर्ड के खिलाफ कोर्ट में पुरोहितों की तरफ से पैरवी कर चुके हैं।
तीर्थपुरोहितो की सरकार को चेतावनी
तीर्थ पुरोहितों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जब भी धर्म पर कुठाराघात हुआ है तब तब प्रलय आयी है, पूर्व में भी किसी भी राजा द्वारा ऐसा करने पर इसका खामयाज़ा भुगतना पड़ा है, उनके वंश नष्ट हो गए हैं, और प्रदेश में जिस तरह से आपदाएं आ रही है ये धर्म पर प्रहार करने के कारण आ रही है, अगर भाजपा सरकार जल्द नहीं चेती तो उनका भी सफाया हो जाएगा, क्योकि सरकार ने बोर्ड बनाते समय उनसे बात तक नही की,और जो धर्म को नही जानते उनको ऐसा करने का अधिकार नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष का समर्थन
विपक्ष भी इस मुद्दे को भुनाने में लग गया है। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने इस प्रदर्शन में शामिल होकर उनको अपना समर्थन दिया और सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार इस तरह के कानून बना कर थोप रही है बात चाहे कृषि कानून की हो या देवस्थानम बोर्ड की और कांग्रेस की सरकार बनने पर इस बोर्ड को भंग किया जाएगा।
आप ने भी घेरा सरकार को, दिया समर्थन
पहली बार प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपनी जमीन तलाशने में जुटी आम आदमी पार्टी ने भी तीर्थ पुरोहितों को अपना समर्थन दिया। आम आदमी पार्टी ने सरकार पर आरोप लगाया कि आजकल जिन लोगों के लिए नियम बनते हैं उनको बिना विश्वास में लिए ही सरकार कानून पास कर दे रही है ,चाहे वो कृषि कानून हो या देवस्थानम बोर्ड,इस देश का इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता।
मुख्यमंत्री ने दिए संकेत
सरकार भी अब जल्द इस बोर्ड को लेकर फैसला ले सकती है जिसके संकेत मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने दिए हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने देवस्थानम बोर्ड को लेकर हाईपावर कमेटी का गठन किया। कमेटी की जिम्मेदारी सभी पक्षों को सुनने की थी। कमेटी ने फाइनल रिपोर्ट सौंप दी है। सरकार इस मामले में सभी पक्षों को ध्यान में रखकर फैसला लेगी। इसके लिए सरकार हाईपावर कमेटी की रिपोर्ट अध्ययन करेगी। अध्ययन करने के बाद जल्द ही फैसला ले लिया जाएगा।