राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा तीसरे दिन भी जारी – Polkhol

राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा तीसरे दिन भी जारी

नई दिल्ली: राज्यसभा में बुधवार को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य ( एमएसपी ) और अन्य कृषि संबंधी मुद्दों तथा सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्ष का हंगामा जारी रहा और सदन की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी। इस दौरान शून्यकाल और प्रश्नकाल बाधित रहा तथा विधेयकों पर चर्चा नहीं हो सकी।

तीसरे स्थगन के बाद पीठासीन अधिकारी भुवनेश्वर कलिता ने जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू करने का प्रयास किया तो जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बोलने के लिए खड़े हो गये और कहा कि सदन की कार्यवाही स्थगित करने से पहले उनकी बात सुन ली जाए। इस पर सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी बोलने के लिए खड़े हो गये। उनके समर्थन में कांग्रेस और विपक्षी दलों के अन्य सदस्य भी अपने स्थान पर खड़े हो गये। इससे सदन में शाेरशराबा होने लगा।

कलिता ने कहा कि सदन में व्यवस्था होने पर ही कोई बात सुनी जा सकती है। इसलिए सभी को शांति बनाये रखनी चाहिए। लेकिन विपक्षी दलों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और कांग्रेस के रजनी पाटिल, शक्ति सिंह गोहिल और तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्य सभापति के आसन के समक्ष आ गये और नारेबाजी करने लगे। इसको देखते हुए कलिता ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।

इससे पहले भोजन अवकाश के बाद उपसभापति हरिवंश सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए बांध सुरक्षा विधेयक 2021 पेश करने के लिए जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम पुकारा तो विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बोलने के लिए खड़े हो गए। इस पर हरिवंश ने कहा कि विधेयक पेश होने के बाद आप अपनी बात रख सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आपको केवल विधेयक पर बोलने की अनुमति है। इसके बाद हरिवंश ने शेखावत को अपनी बात रखने के लिए कहा। इस बीच श्री खड़गे ने 12 निलंबित सांसदों का मुद्दा उठाने का प्रयास किया जिसकी उन्हें अनुमति नहीं दी गई।

इसके बाद तेलंगाना राष्ट्र समिति और कांग्रेस के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे। टीआरएस के सदस्यों ने अपने हाथों में ‘ एमएसपी कानून बनाओ’ की तख्तियां ले रखी थी।

उपसभापति ने कहा कि सदन में तख्तियां लहराने की इजाजत नहीं है। इस बीच एक सदस्य ने वीडियो रिकॉर्डिंग करनी आरंभ कर दी तो उपसभापति ने उन्हें ऐसा करने से मना किया।

हरिवंश ने नारे लगा रहे सदस्यों से शांत होने और अपनी सीटों पर वापस जाने की अपील की, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही तीन बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी।

इससे पहले सदन की कार्यवाही इन्हीं मुद्दों पर दो बार स्थगित की गई थी जिसके कारण आज शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सका था।

संसद के शीतकालीन सत्र का यह तीसरा दिन है जब राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा जारी है और शून्यकाल तथा प्रश्नकाल बाधित है। सदन में आज कोई विधेयक पारित नहीं हो सका है और न ही किसी मुद्दे पर कोई चर्चा की गयी है।

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