पंजाब में बेअदबी और नशा मामलों में लोगों को जल्द ही इंसाफ़ : चन्नी

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि पंजाब में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और नशे के मुद्दे सही राह पर चल रहे हैं और जल्द ही लोगों की संतोषजनक इंसाफ़ होगा।

उन्होंने कहा कि इन दोनों मुद्दों के नतीजे आने में देरी हुई है क्योंकि यह बुरी तरह उलझाए गए थे लेकिन सरकार इनके तर्कपूर्ण अंत की तरफ बढ़ रही है।

चन्नी ने आज यहां एक निजी चैनल की मीडिया चर्चा ‘मंच पंजाब ’ में कहा कि कैप्टन अमरिंदर ,बादलों और भाजपा नेतृत्व पर आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुये सियासी फायदे के लिए राज्य के हितों को गुप्त रूप से नुकसान पहुँचाने का आरोप लगाया। ये पहले भी मिले हुये थे और अब लोग देख रहे हैं। ये राज्य के हितों को ठेस पहुँचाने के लिए मिले हुये थे और भविष्य में भी अपने इस राजनीति से प्रेरित एजंडे को जारी रखेंगे। इस बार लोगों के सकारात्मक रवैये के कारण कांग्रेसी वर्करों में पैदा हुए उत्साह को कोई भी कम नहीं कर सकता। कैप्टन सिंह के सत्ता से हटाने के बाद अब कांग्रेस पार्टी के वर्करों के मूड में बदलाव आया है।

विरोधी पक्ष ख़ास तौर पर आम आदमी पार्टी की तरफ से किये जा रहे दुष्प्रचार पर टिप्पणी करते हुये उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और पंजाब के पार्टी सह प्रभारी राघव चड्ढा अकारण उनकी सरकार के विरुद्ध भड़ास निकाल रहे हैं। आप पार्टी राज्य में कभी भी सत्ता में नहीं आयेगी इसलिए बड़े-बड़े वायदे करके पंजाब के लोगों को मूर्ख बनाने की बजाय वे दिल्ली में अपनी सरकार पर ज़्यादा ध्यान दें।

चन्नी ने कहा कि जो व्यक्ति अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल के दौरान लोग को कुछ नहीं दे सका और अपने आप को अपने फार्महाऊस में कैद कर लिया, अब कोई भी उसकी नयी पार्टी पर कैसे भरोसा कर सकता है ।कैप्टन और बादल दोस्ताना मैच खेल रहे हैं ।

बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार इस ग़ैर-जिम्मेदाराना फ़ैसले को राज्य के लोगों पर थोपने के लिए आतंकवाद का झूठा सहारा लेने की कोशिश कर रही है, जो पंजाबियों के हित में नहीं और वह इस को काले खेती कानूनों की तरह कभी भी स्वीकार नहीं करेंगे, जिसको किसान जत्थेबंदियों के भारी विरोध के कारण केंद्र सरकार को कुछ समय पहले रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

उन्होंने कहा कि हमारी पुलिस फोर्स अमन-कानून की स्थिति को प्रभावशाली ढंग से संभालने के लिए काफ़ी समर्थ है और यह दशक से चले आ रहे उग्रवाद को ख़त्म करके राज्य में आम स्थिति और शांति बहाल करके पेशेवर तौर पर अपने असीमित क्षमताओं और काबिलीयत का प्रदर्शन कर चुकी है।

प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के कामकाज पर चन्नी ने कहा कि वे सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं जबकि सिद्धू पार्टी प्रधान हैं और दोनों संगठनों में पूरी तरह सामंजस्य है। वह अपनी आलोचना को सकारात्मक ढंग से ही लेते हैं, चाहे यह पार्टी के अंदर से हो रही हो या बाहर से। उन्होंने कहा कि कामकाज के लोकतांत्रिक ढांचे में विचारों का मतभेद अकसर होता है और हरेक को बिना किसी पक्षपात और गलत भावना के इसका सत्कार करना चाहिए।

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