नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में उत्कृष्ट गुणवत्ता के शिक्षक तैयार करने के लिए उनकी सरकार दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी की स्थापना करेगी।
केजरीवाल ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कैबिनेट की बैठक में दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी स्थापित करने का प्रस्ताव रखा गया, जिसे सर्व सम्मति से मंजूरी दे दी गई। इस यूनिवर्सिटी का मकसद दिल्ली में उच्च गुणवत्ता के शिक्षक तैयार करना हैं। उन्होंने कहा कि इसका एक कानून लाया जा रहा है और उस कानून को आज दिल्ली की कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। आने वाले विधानसभा सत्र में दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी विधेयक को पेश किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारा मकसद है कि इस यूनिवर्सिटी के द्वारा उत्कृष्ट गुणवत्ता के शिक्षक तैयार किए जाएं। इसमें इंटीग्रेटेड कोर्स दिए जाएंगे। बारहवीं के बाद चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम होगा। इसमें बीए बीएड, बीएसी बीएड और बी.कॉम बीएड प्रोग्राम शामिल होंगे। एक तरह से इस यूनिवर्सिटी में न्यू जेनरेशन टीचर्स तैयार किए जाएंगे। जब बच्चे इस यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे होंगे, उनको दिल्ली सरकार के स्कूलों के साथ अटैच किया जाएगा। इस तरह उनको ट्रेनिंग के साथ-साथ नौकरी भी मिलती रहेगी। चार साल की ट्रेनिंग अवधि में वे सरकारी स्कूलों के साथ भी अटैच रहेंगे। इस दौरान वे थ्यूरोटिकल ट्रेनिंग भी ले सकेंगे और उनको प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी बहुत अच्छे तरीके से मिलती रहेगी।
उन्होंने कहा कि इस यूनिवर्सिटी में 2022-23 के शैक्षिणिक सत्र में दाखिला प्रक्रिया शुरू की जाएगी। टीचर को तैयार करने के लिए यह एक तरह से सेंटर फॉर एक्सिलेंस होंगे। इसमें हम शिक्षकों की ट्रेनिंग के लिए नेशनल और इंटरनेशनल स्तर की सहभागिता लेंगे। दुनिया भर के सबसे अच्छे इंस्टीट्यूट के साथ हम सहभागिता करेंगे। इसमें बेस्ट टीचर तकनीक्स के ऊपर रिसर्च होगी। मैं उम्मीद करता हूं कि दिल्ली में अच्छे टीचर तैयार करने की दिशा में यह बहुत ही क्रांतिकारी कदम साबित होगा।
दिल्ली सरकार ने प्रस्तावित किया है कि दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी के कुलपति और प्रोफेसर विश्व स्तरीय ख्याति प्राप्त विद्वान नियुक्त किए जाएंगे। दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी को बक्करवाला गांव के पास स्थापित करने को प्रस्तावित किया गया है। यह यूनिवर्सिटी स्कूल स्तर पर, शिक्षा अध्ययन, नेतृत्व और नीति के क्षेत्रों में पूर्व सेवा और सेवाकालीन दोनों चरणों में शिक्षकों को तैयार करने में उत्कृष्ट केंद्र के रूप में विकसित होगा।