इंटरनेट मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पोस्ट के बाद कांग्रेस में हुई असहज स्थिति के बीच उत्तराखंड के वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि हरीश रावत खुद को प्रदेश में कांग्रेस का चेहरा बनाने के लिए दबाव की राजनीति कर रहे हैं।
काबीना मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने गुरुवार को दिल्ली जाने से पहले जौलीग्रांट एयरपोर्ट में कहा कि वैसे तो यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। लेकिन, कांग्रेस की ओर से प्रदेश में किसी एक चेहरे पर चुनाव न लड़ने का एलान किया गया है। इसके बाद से हरीश रावत पार्टी पर खुद के चेहरे पर चुनाव लड़ने का दबाव बना रहे हैं।
यह उनकी दबाव की केवल रणनीति मात्र है, और कुछ नहीं। वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार में विकास कार्यों की स्वीकृति के लिए दिल्ली जा रहे हैं। वह केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अन्य केंद्रीय नेताओं से मुलाकात करेंगे। विधानसभा क्षेत्र में लंबित केंद्रीय विद्यालय और मेडिकल कालेज के निर्माण को चुनाव आचार संहिता लगने से पूर्व शुरू कराने का अनुरोध करेंगे, जिससे की वह विधानसभा क्षेत्र को अपने वायदे अनुसार दो बड़ी सौगात दे सकें।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, उत्तराखंड में पार्टी के चुनाव अभियान का जिम्मा संभाल रहे पूर्व मुख्यमंत्री ने चुनाव से ऐन पहले बुधवार को कई ट्वीट कर संगठन के मोर्चे पर असहयोग और नकारात्मक रुख पर हमला बोला था। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव प्रचार की रणनीति तय करने में फ्री हैंड नहीं मिलने का इशारा कर भी पार्टी को निशाने पर लिया था। रावत के मीडिया सलाहकार सुरेंद्र कुमार ने मौजूदा परिस्थितियों के लिए प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को ही सीधे जिम्मेदार ठहरा दिया था। इसके बाद से ही कांग्रेस में उथल-पुथल की स्थिति बन गई।