नई दिल्ली: उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पेशे और पारिवारिक जीवन के बीच संतुलन बनाये रखने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा है कि व्यक्ति को अपने पेशेवर कर्तव्यों तथा पारिवारिक दायित्वों को समान रूप से महत्व देना चाहिए।
नायडू ने सोमवार को चेन्नई में ‘डॉ.वी.एल. दत्त : ग्लिप्सेंस ऑफ ए पायनियर्स लाइफ जर्नी’ पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा कि उद्योगों को अपनी मानव संसाधन नीतियां इस तरह बनानी चाहिए कि कर्मचारी सहज रूप से जीवन और कार्य के बीच संतुलन बना सकें। उन्होंने कहा कि इससे न केवल कर्मचारियों का कार्य प्रदर्शन बेहतर होगा, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं का समाधान भी होगा, जो हमारे समाज में बढ़ रही है। यह पुस्तक वी.एल. इंदिरा दत्त ने लिखी है।
नायडू ने कहा कि जब लोग बढ़ते तनाव का सामना कर रहे होते हैं, उस समय मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य के समान महत्व रखता है। उन्होंने लोगों से प्रकृति के बीच समय गुजारने और स्वयं को तनाव मुक्त करने के लिए बाहरी गतिविधियों में भाग लेने की आवश्यकता जताई।