पिथौरागढ़: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर दो लोगों ने थल गांव के युवक से 16 लाख 30 हजार की धोखाधड़ी कर दी थी। लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले एक आरोपी को पिथौरागढ़ पुलिस ने दो माह बाद मेरठ (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार 16 अक्टूबर को सत्याल गांव थल निवासी भूपेन्द्र सिंह मेहता ने थाने में तहरीर दी थी कि कपिल धामा पुत्र शीशपाल सिंह, निवासी गिरधरपुर निकट पाण्डव पुलिया थाना खेकड़ा जिला बागपथ, उत्तर प्रदेश व सुधीर मलिक पुत्र नरदेव मलिक, निवासी खेड़ीपट्टी थाना बावरी जिला सामली उत्तर प्रदेश द्वारा रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उनसे 16 लाख 30 हजार रुपये की ठगी की गई है।
एसपी पिथौरागढ़ लोकेश्वर सिंह के आदेशानुसार थानाध्यक्ष थल हीरा सिंह डांगी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। थाना थल व एसओजी टीम द्वारा सर्विलांस सैल की मदद से आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की। पुलिस ने 27 दिसंबर नामजद कपिल धामा को सोहराब गेट बस अड्डा, थाना नौचंदी जिला मेरठ (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया। जबकि दूसरा आरोपी सुधीर मलिक फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर है।
टीम में शामिल अधिकारी-कर्मचारी:
थाना थल-
- थानाध्यक्ष, हीरा सिंह डांगी
- कानि धर्मेन्द्र भारती
- कानि बलवन्त वल्दिया, एसओजी
साइबर/सर्विलांस सैल-
- कानि अरविन्द कुमार,
- कानि मनोज कुमार