चित्तूर: कांग्रेस कार्य समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. चिंता मोहन ने मंगलवार को आरोप लगाया कि देश में कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर के दौरान एक करोड़ से अधिक लोगों की मौत हुई है जबकि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने आधिकारिक तौर पर महामारी में केवल चार लाख लोगों के मरेन का दावा किया है।
डॉ चिंता मोहन ने चित्तूर के कुप्पम में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि तीसरी लहर में ओमिक्रॉन के मामलों के बढ़ने से केंद्र और राज्य दोनों सरकारों की विफलता सामने आई है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के दूसरे डोज के लिए 50 प्रतिशत भी टीकाकरण पूरा नहीं हुआ है , वहीं आंध्र प्रदेश सरकार ने कोरोनो मृतकों के परिजनों को 50,000 रुपये की सहायता राशि का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री की बेतूकी नीतियों से बेरोजगारी बढ़ी है और जीडीपी कम हुई तथा देश 70 साल पीछे चला गया है।