देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते एक बार फिर से पाबंदियों का दौर शुरू हो चुका है। महामारी की वजह से कुछ समय पहले खुले स्कूलों को फिर से बंद किया जा रहा है। महाराष्ट्र में बढ़ते मामलों के चलते एक बार फिर से स्कूलों को बंद करना पड़ा है। एक छात्र की मां ने एएनआई को बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि स्कूल बंद कर दिया गया है। स्मार्टफोन न होने की वजह से उनका बेटा आनलाइन क्लासेस नहीं कर पाता है। इससे उसकी पढ़ाई का नुकसान हो रहा है।
एम्स के फैकल्टी स्टाफ की छुट्टियां रद
दिल्ली में पहले से ही बढ़ती ठंड और कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से स्कूलों को बंद किया जा चुका है। दिल्ली में ओमिक्रोन के बढ़ते मामले भी इसकी एक वजह बने हैं। देश में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसमें इसके नए वैरिएंट ओमिक्रोन का भी हाथ शामिल है। इसकी संक्रमण की रफ्तार अब तक सामने आने वाले सभी वैरिएंट से काफी अधिक है। हालांकि दिल्ली स्थित एम्स ने अपने सभी फैकल्टी मैंबर्स को तुरंत ड्यूटी ज्वाइन करने को कहा है। एम्स ने विंटर वकेशन के बाकी दिनों (5 जनवरी से 10 जनवरी) को भी रद कर दिया है।
अधिकतर मामलोंं में ओमिक्रोन
जानकारों का मानना है कि देश के बड़े शहरों में सामने आने वाले करीब 50 फीसद मामलों में ओमिक्रोन एक बड़ी वजह बना है। कई देशों में इसकी वजह से तीसरी, चौथी लहर तक के आने की बात कही जाने लगी है। जहां तक इसकी वजह से स्कूलों को बंद करने की बात है तो अमेरिका के कई राज्यों में स्कूलों को दोबारा खोलने की तारीखों को आगे बढ़ा दिया गया है। अमेरिका में 60 फीसद से अधिक मामलों में ओमिक्रोन जिम्मेदार बताया जा रहा है। यहां पर लगातार कोरोना के मामले एक नया रिकार्ड बना रहे हैं।
40 लाख बच्चों को मिली पहली खुराक
स्कूली बच्चों के भविष्य की सुरक्षा के मद्देनजर भारत में सोमवार से टीकाकरण का नया चरण शुरू हो चुका है। इसमें 15-18 वर्ष के आयुवर्ग का टीकाकरण किया जाना है। कंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के मुताबिक करीब 40 लाख बच्चों को कोरोना रोधी टीके की पहली खुराक मिल चुकी है।
इन राज्यों में बंद स्कूल
इस बीच दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, कर्नाटक, गोवा,हरियाणा, तेलंगाना, झारखंड में बढ़ते मामलों के चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया है। झारखंड में फिलहाल 15 जनवरी तक स्कूलों को बंद किया गया है। हालांकि कुछ राज्यों में बड़ी क्लासेस के छात्रों को स्कूल बुलाया जा रहा है। अधिकतर राज्यों में 10 और 12वीं की क्लासेस आफलाइन मोड में ही रखने का फैसला किया है।