देहरादून। उत्तराखंड में राजनीति की अस्थिरता किसी से छिपी नहीं हैं, यह एनडी तिवारी को छोड़ कोई ऐसा मुख्यमंत्री का चहरा नही देखा गया जिसने अपने 5 सालों का कार्यकाल समाप्त किया हों।
तो वही पिछले चुनाव से पहले कांग्रेस की जाए खोदने वाले नेता हरक सिंह रावत ने एक बार फिर कांग्रेस ज्वाइन कर ली है।

जहां एक तरफ हरक सिंह रावत के पार्टी में वापसी से कांग्रेसी नेता बिफरे हुए थे। तो वही टिकट छीन जाने के डर से कुछ नेताओं ने तो अपना चेहरा जलाने तक की धमकी दे डाली थी। आपको बता दे हरक सिंह रावत ने जब 2017 के चुनाव से कांग्रेस छोड़ी थी, तब उन्होंने उत्तराखंड में पार्टी की नींव हिला डाली थी, तो वही अब भाजपा से 6 साल के लिए निष्कासित होने के बाद उन्होंने एक बार फिर का रुख तो किया, पर इस बार उन्हें बहुत से कार्यकर्ताओं का विरोध और रोष भी झेलना पड़ा, लेकिन फिर भी पार्टी ने उन्हें मौका दिया हैं।
इसी के साथ अब देखना यह हैं कि पार्टी हरक सिंह रावत को कहा से टिकट देगी और क्या किसी नेता का टिकट काटा जाएगा और क्या हरक सिंह रावत कि पार्टी में वापसी से कांग्रेस का सियासी समीकरण बिगड़ेगा।