देहरादून : पार्टी सूत्रों की मानें तो शहीद सीडीएस विपिन रावत की बेटियां राजनीती में एंट्री कर सकती हैं. ऐसे में जब पूरा देश सीडीएस रावत के निधन के बाद दुखी है.
भारतीय जनता पार्टी उनकी बेटियों को राजनीती में एंट्री के मूड में है. सैनिक प्रदेश उत्तराखण्ड में फौजी लगभग हर घर में पैदा होता है जो देश सेवा के लिए तन मन धन से समर्पित होता है. देश की रक्षा के लिए गोली खाने से नहीं डरता है. ऐसे में डीसीएस रावत की बेटियां अगर हाँ कह दें तो कोई दोनों में किसी को भी भारतीय जनता पार्टी टिकट दे सकती है. डोईवाला या कोटद्वार से मंथन चल रहा है टिकट देने का. दोनों सीटों से अभी प्रत्याशी घोषित होना है. दोनों बेटियों में से एक कृतिका मुंबई में रहती है शादी शुदा है दूसरी दिल्ली तारिणी दिल्ली हाईकोर्ट में प्रैक्टिस कर रही हैं.
अब भाजपा इन्तजार कर रही है उनके हाँ कहने की. कुछ दिन पहले स्वर्गीय जनरल विटपिन रावत के भाई कर्नल विजय रावत भी शामिल हुए थे भारतीय जनता पार्टी में, हालाँकि उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है.
तो वहीं अगर उनकी दोनों बेटियों में से कोई भी पार्टी में शामिल होती हैं तो पार्टी को फायदा पहुंच सकता है या तो सिंपैथी बोर्ड के आधार पर कहें या फिर एक दमदार उम्मीदवार के रूप में क्योंकि भाजपा की मुश्किल है डोईवाला की सीट पर तब बड़ी है जब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चुनाव ना लड़ने का फैसला लिया है तो वही हरक सिंह रावत के पार्टी में ना होने से कोटद्वार की सीट पर भी भाजपा की पकड़ ढीली होती हुई नजर आ रही है ऐसी में शहीद सीडीएस जनरल विपिन रावत की बेटियों का पार्टी में आना पार्टी के लिए फायदेमंद साबित होगा।