देहरादून: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को फिर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमले जारी रखते हुए कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नीतियों का ही परिणाम है कि अब इनके नेता भी भगवान श्रीराम का नाम लेने और त्रिकुंड लगाने के लिए मजबूर हो गए हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता चौहान ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के मद्देनजर थराली, श्रीनगर और पुरोला विधानसभा क्षेत्र में आज चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और केजरीवाल पर हमले जारी रखे। चौहान ने कहा कि ये दोनों नेता क्रमश: ‘राहु और केतु’ की तरह हैं और यहां आ गए, तो राज्य के विकास पर ग्रहण लगा देंगे। उन्होंने उत्तराखंड कांग्रेस में गुटबाजी होने के आरोप भी लगाए और कहा कि भाजपा में ऐसी बात नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे आगे भी राज्य का इसी तरह विकास करते रहेंगे।
इसके पहले चौहान ने कल उत्तराखंड के लोहाघाट, काशीपुर और बाजपुर विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभाएं लेते हुए कांग्रेस और उसके नेतृत्व को निशाने पर लिया था। देश में मामा के रूप में विख्यात चौहान ने आज श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में आधा घंटे से अधिक समय तक जनसंपर्क किया और आम लोगों से अपने ही अंदाज में मिले। आम लाेग भी ‘मामा’ के साथ हाथ मिलाते और सेल्फी लेते हुए नजर आए।
चौहान ने वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार के कामकाज की सराहना करते हुए कहा कि इनकी वजह से इस राज्य में जहां अभूतपूर्व विकास हुआ, वहीं देश और प्रदेश में कोरोना जैसी महामारी के अभूतपूर्व संकट से समझबूझ के साथ निपटा गया। उन्होंने कहा कि माेदी की नीतियों और कुशल नेतृत्व के कारण देश में ही कोरोना की वैक्सीन न सिर्फ बनायी गयी, बल्कि वह देश के अधिकांश लोगों को लगा भी दी गयी है। यही कारण है कि कोरोना की तीसरी लहर का कोई खास असर इस देश में नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि वहीं कांग्रेस और उसके नेता अपने स्वार्थों के कारण आपस में ही लड़ते हुए दिख रहे हैं। राहुल गांधी कांग्रेस को समाप्त करने पर उतारू हैं। उन्होंने कहा कि देश में आजादी के बाद महात्मा गांधी ने जवाहर लाल नेहरु से कांग्रेस को भंग करने के लिए कहा था, लेकिन नेहरु ने ऐसा नहीं किया, लेकिन अब राहुल गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का ‘सपना’ पूरा करते हुए नजर आ रहे हैं और कांग्रेस को समाप्त करके ही मानेंगे।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी ‘कंफ्यूज’ हैं। इसलिए अलग-अलग बयान सामने आते हैं। वे हिंदू और हिंदुत्व के आशय नहीं समझ पा रहे हैं। भाजपा की नीतियों के कारण गांधी और केजरीवाल जैसे नेता भी भगवान राम का नाम लेने लगे हैं और ‘त्रिकुंड’ लगाने लगे हैं। राहुल गांधी ऐसे नेता हैं, जो वीरभूमि उत्तराखंड आकर सीडीएस जनरल बिपिन रावत जैसे महान सैन्य अधिकारी का नाम तक भूलने लगते हैं। ऐसी ही स्थिति में राहुल गांधी कह रहे हैं कि मोदी ने ‘दो भारत’ बना दिए, जबकि वास्तविकता तो यह है कि 1947 में आजादी के दौरान भारत के दो टुकड़े कांग्रेस की नीतियों के कारण हुए।
चौहान ने देश में आज भाजपा के नेतृत्ववाली केंद्र सरकार को मजबूत सरकार बताते हुए कहा कि चीन ने गलवान में दु:साहस दिखाया तो भारतीय सेना ने उसे उसकी ही भाषा में जवाब दे दिया। आज देश की तरफ कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता है। उन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा के मामले में उत्तराखंड के जवानों के शौर्य और साहस का जिक्र करते हुए कहा कि जब भी देश पर संकट आता है, तो यहां के जवान सबसे पहले खड़े हुए दिखायी देते हैं। उन्होंने ऐसे वीरों को अपनी ओर से प्रणाम भी किया।
भाजपा वरिष्ठ नेता ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों को विजयी बनाने का अनुरोध करते हुए आम जनता से कहा कि ऐसा होने पर इस राज्य में और तेज गति से विकास होगा। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से भी अनुरोध किया कि वे अपने दल के प्रत्याशियों की विजय सुनिश्चित कराने के लिए पूरे मनोयोग से जुट जाएं। अब मतदान के लिए बहुत ही कम समय शेष है।
उन्होंने उत्तराखंड कांग्रेस में गुटबाजी होने का जिक्र करते हुए कटाक्ष किया और कहा कि यदि कांग्रेस की किसी बैठक में कोई ‘मुख्यमंत्री’ बोल दे तो वहां 25 नेता एक साथ खड़े हो जाते हैं। इसलिए उसके नेता हरीश रावत तक को कहना पड़ा कि कांग्रेस में अनेक मगरमच्छ हो गए हैं। ऐसे दल के नेताओं का उद्देश्य सिर्फ कुर्सी पाना है। जनता की सेवा करना नहीं है।