वाशिंगटन/नयी दिल्ली : अमेरिका ने कहा है कि वह भारत को क्वाड की प्रेरक शक्ति, क्षेत्रीय विकास और विकास के लिए एक इंजन के रूप में मान्यता देता है। वह दक्षिण एशिया में स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए भारत के साथ काम करना जारी रखेगा।
व्हाइट हाउस के उप प्रेस सचिव के. जीन पियरे से जब पूछा गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन भारत से क्वाड में क्या भूमिका निभाने की उम्मीद करते हैं, तो उन्होंने कहा कि हम रणनीतिक साझेदारी का निर्माण करते रहेंगे, जिसमें अमेरिका और भारत, दक्षिण एशिया में स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करते हैं तथा स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, साइबरस्पेस जैसे नए डोमेन में सहयोग करते हैं, जो हमारे आर्थिक एवं तकीनीक सहयोग को मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण है तथा स्वतंत्र एवं मुक्त हिंद-प्रशांत के निर्माण में योगदान देते हैं।
पियरे ने कहा,“हम मानते हैं कि भारत दक्षिण एशिया और हिंद महासागर क्षेत्र में एक समान विचारधारा वाला भागीदार है। वह दक्षिण पूर्व एशिया में सक्रिय है और उससे जुड़ा हुआ है। वह क्वाड की शक्ति और क्षेत्रीय विकास का एक इंजन है।”
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उसके बाहर शांति, सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा देना के लिए 11 फरवरी को हुई द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को व्यापक तथा मजबूत करने के लिए पिछले एक साल में हुई प्रगति की समीक्षा की।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि बैठक में ब्लिंकन और जयशंकर ने क्वाड के माध्यम से इंडो-पैसिफिक सहयोग को मजबूत करने के प्रयासों पर चर्चा की और नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को मजबूत करने सहित सामान्य प्राथमिकताओं पर सहयोग का विस्तार किया।
सर्वश्री ब्लिंकन और जयशंकर ने कोविड महामारी, यूक्रेन, अफगानिस्तान की स्थिति, म्यांमार और अन्य मुद्दों से निपटने के लिए सहयोग पर भी चर्चा की।